लोकसभा में शून्य काल में दौसा सांसद जसकौर मीणा रीट परीक्षा में भ्रष्टाचार और धांधली का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की। उन्होंने कहा, राजस्थान में भ्रष्टाचार, महिलाओं व बेटियों के साथ होने वाले दुराचार, इसके साथ ही रीट परीक्षा में जिस तरह अभ्यर्थियों के साथ अन्याय, धांधली और भ्रष्टाचार हुआ है इससे पूरे प्रदेश में भाजपा युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं। महिलाओं का बहुत बड़ा आंदोलन राजस्थान में चल रहा है, लेकिन राजस्थान की सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। रीट भर्ती घोटाले की एसओजी जांच को हम स्वीकार नहीं करेंगे, ऐसे में इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। मैं सदन के माध्यम से पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग करती हूं।
एक भी फर्जी तरीके से लगा तो होगा अन्याय
रीट भर्ती में धांधली को लेकर सोशल मीडिया पर युवा मुखर हो गए हैं। सांसद की फेसबुक पोस्ट पर कमेंट करते हुए यूजर सत्यप्रकाश टेलर लिखते हैं, रीट भर्ती में बहुत बड़े पैमाने में धांधली हुई है, इसकी सीबीआई जांच शुरू कर दी जानी चाहिए। बेरोजगारों के साथ बहुत ज्यादा अन्याय होगा अगर एक भी व्यक्ति फर्जी तरीके से लग गया तो रीट की पूरी दाल काली हो चुकी है और अब भी यदि सरकार उसको रद्द नहीं करती है तो ये अन्याय होगा इसलिए पद बढ़ाकर नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
रीट ने सबको रोजगार दिया, लेकिन बेरोजगारों को नहीं
वहीं एक अन्य यूजर भरत चौंबीसा लिखते हैं, रीट ने सबको रोजगार व काम धंधा दिया है। जैसे राजस्थान सरकार, विपक्षी नेताओं, कोचिंग, बुक प्रकाश, यूट्यूबर्स व मीडिया, मोबाइल कंपनियों को, लेकिन जिसको रीट से वास्तविक रोजगार मिलना चाहिए था वो अभी भी बेरोजगार घूम रहे हैं।