क्रिकेट में एक पुरानी कहावत है... कैच पकड़ो और मैच जीतो... आज ये कहावत पाकिस्तान टीम पर एकदम फिट बैठती है। दरअसल, टी-20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में ऐसा ही कुछ देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान हसन अली ने एक ऐसा कैच ड्रॉप किया, जिसका मलाल शायद उनको ताउम्र रहेगा। PAK vs AUS मैच की रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
19वें ओवर का बड़ा ड्रामा
मैच में टॉस हारकर पहले खेलते हुए पाकिस्तान ने 4 विकेट के नुकसान पर 176 रनों का स्कोर बनाया। कंगारू टीम के सामने 177 रनों का टारगेट था और अंतिम 12 गेंदों पर टीम को 22 रनों की दरकार थी। 19वां ओवर शाहीन अफरीदी लेकर आए और तीसरी ही गेंद पर मैथ्यू वेड ने डीप मिड विकेट पर बड़ा शॉट लगाया। गेंद हवा में थी और हसन अली गेंद का पीछा करते हुए भागे।
पाकिस्तानी फैंस उम्मीद लगाए बैठे थे कि अली ये कैच पकड़कर पाक के लिए जीत के रास्ते को आसान बना देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हसन अली ने बहुत ही आसान सा कैच छोड़ दिया और ये पाकिस्तान की हार का कारण बन गया। तीसरी गेंद पर मिले जीवनदान के बाद AUS को 9 गेंदों पर 18 रनों की जरूरत थी, लेकिन वेड ने अगली 3 गेंदों पर लगातार 3 छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलिया को दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
बाबर ने भी कहा कैच छोड़ना रहा टर्निंग पॉइंट
ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार के बाद पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम ने भी कहा कि हसन अली का कैच ड्रॉप करना मैच का टर्निंग पॉइंट रहा। अगर हम वह कैच पकड़ने में सफल रहते तो मैच का परिणाम शायद कुछ और हो सकता था।
गेंद से भी फ्लॉप रहे हसन
मैच में हसन अली ने गेंदबाजी से सभी को निराश किया। टूर्नामेंट के 6 मैचों में पांच विकेट लेने वाले हसन अली ने सेमीफाइनल के चार ओवर में बिना कोई विकेट लिए 44 रन खर्च कर डाले। उनका इकोनॉमी रेट 11 का था।