होली के त्यौहार से पहले एक बार फिर महंगाई ने झटका दिया है। तेल-गैस कंपनियों ने बुधवार सुबह से ही घरेलू और कॉमर्शियल गैस की कीमतोंं में इजाफा कर दिया है। आठ महीने के अंदर ही कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर की रेट में 50 रुपए बढ़ा दिए हैं।
इसमें कॉमर्शियल सिलेंडर को भी शामिल करते हुए 350 रुपए बढ़ाए गए हैं। यानी राजस्थान में आज से घरेलू गैस के 1106.50 रुपए देने होंगे, जबकि कॉमर्शियल सिलेंडर की रेट पहली बार दो हजार को पार कर गई है। ये सिलेंडर अब 2138 रुपए में मिलेगा।
कंपनियों के इस निर्णय के बाद अब रसोई गैस की कीमतों में नया रिकॉर्ड बना है। इससे पहले घरेलू रसोई गैस कभी इतनी महंगी नहीं हुई।
इससे पहले एक जनवरी को कंपनियों ने कॉमर्शियल गैस की कीमतों में 25.50 रुपए का इजाफा किया था। वहीं तेल-गैस कंपनियों के इस निर्णय से अब राज्य सरकार पर अगले महीने से आर्थिक भार और बढ़ जाएगा।
क्योंकि राज्य सरकार ने इस बार बजट में एक अप्रैल से बीपीएल और उज्जवला योजना कनेक्शन वालों को 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने की घोषणा की है।
सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लगातार महंगाई झेल रहे आम आदमी के लिए फेस्टिवल से पहले परेशानी बढ़ गई है। (फाइल फोटो)
एक साल में 203 रुपए महंगा हुआ सिलेंडर
पिछले साल रसोई गैस सिलेंडर 203 रुपए महंगा हुआ है। फरवरी 2022 तक उपभोक्ताओं को 14.2 किलोग्राम का रसोई गैस सिलेंडर 903.50 रुपए में मिलता था, लेकिन आज ये बढ़कर 1106.50 रुपए पर पहुंच गया है।
पिछले साल कंपनियों ने मार्च में 50 रुपए, मई में 53 रुपए और जुलाई में 50 रुपए बढ़ाए थे, जिसके बाद आज कंपनियों ने वापस 50 रुपए का इजाफा किया है।
1.75 करोड़ से ज्यादा है उपभोक्ता
राजस्थान में तीनों तेल गैस कंपनियों (IOCL HPCL BPCL) के एक करोड़ 75 लाख 48 हजार से ज्यादा उपभोक्ता है।
गैस की कीमतों में इजाफा होने का सीधा असर अब इन उपभोक्ताओं की जेब पर भी पड़ेगा। वहीं कॉमर्शियल गैस सिलेण्डर में भी 350 रुपए के इजाफे से शहर में दूसरी चीजों की कीमतों पर भी असर देखने को मिलेगा।
केंद्र सरकार ने अप्रैल 2020 में लॉकडाउन लगने के बाद से रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को अघोषित तौर पर बंद कर रखा है। अप्रैल 2020 तक लोगों को रसोई गैस पर 147 रुपए की सब्सिडी मिलती थी।
कॉमर्शियल सिलेंडर के भी दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहली बार इसकी कीमत 2 हजार रुपए के पार हुई है। (फाइल फोटो)
पिछले 9 साल में लगातार महंगा होता गया सिलेंडर
रसोई गैस की कीमतों का विश्लेषण करें तो पिछले 9 साल में इसकी कीमतों में 160 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है।
मई 2014 में जब केन्द्र में एनडीए की सरकार सत्ता में आई तब घरेलू रसोई गैस की कीमत 391.5 रुपए प्रति सिलेंडर थी।
उस समय लोगों को सब्सिडी सीधे खाते में देकर केन्द्र सरकार अपने स्तर पर वहन करती थी। अब 9 साल में ये कीमत बढ़कर 1100 रुपए तक पहुंच गई है।
दो साल पहले बंद कर दी सब्सिडी
केंद्र सरकार ने अप्रैल 2020 में लॉकडाउन लगने के बाद रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को बंद कर दिया था।
अप्रैल 2020 तक लोगों को रसोई गैस पर 147 रुपए की सब्सिडी मिलती थी, लेकिन मई 2020 के बाद से अब तक सब्सिडी बंद है।
मई 2020 में बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 583 रुपए में मिलता था, जो अब बढ़कर 1003 रुपए का हो गया है।
ये खबर भी पढ़ें...
-15 डिग्री में बर्फ की झील पर दौड़ा सॉफ्टवेयर इंजीनियर:दुनिया की सबसे ऊंची झील पर 21km दौड़े; हाथ से खून निकला, लेकिन रुके नहीं
अजमेर के प्रतीक खंडेलवाल ने दुनिया की सबसे ऊंची जमी हुई पैंगोंग झील पर माइनस 15 डिग्री में 21.9 किमी की हाफ मैराथन पूरी की है। इस दौरान -15 डिग्री में हाथ जम गए। सर्दी के कारण कटने लगे। हाथ के घावों में से खून निकलने लगा। लेकिन प्रतीक ने मैराथन पूरी की। इसके लिए उनके पूरे ग्रुप का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)