IPL का 15वां सीजन रविवार को खत्म हो गया। फाइनल मैच में गुजरात की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान की टीम को 7 विकेट से हरा दिया। टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या ने फाइनल मुकाबले में गेंद और बल्ले दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया। फाइनल खत्म होने के बाद कप्तान हार्दिक ने नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड को जीतना अपना अगला टारगेट बताया। आइए आपको बताते हैं, उन्होंने क्या कहा...
भारत के लिए हर हाल में वर्ल्ड कप जीतना है
हार्दिक ने कहा, 'मुझे टीम इंडिया के लिए हर हाल में वर्ल्ड कप जीतना है। इसके लिए मेरे पास जो भी है, मैं वो सब कुछ झोंकने को तैयार हूं। मेरी पहचान टीम इंडिया से है। मेरे लिए टीम इंडिया के लिए खेलना एक सपना पूरा होने जैसा था। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं भारत के लिए कितना मैच खेलता हूं, लेकिन जब भी मैं अपनी टीम को रिप्रजेंट करूंगा, ये मेरे लिए गर्व की बात होगी। जो भी प्यार और सपोर्ट मुझे मिला है। वो भारत के लिए खेलने के लिए ही मिला है। इसलिए मैं हर हाल में टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता हूं।'
टी-20 गेंदबाज ही जिताते हैं
हार्दिक ने आगे कहा, 'लोगों का मानना है कि टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों का गेम है, लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता। गेंदबाज ही आपको मैच जिताते हैं, क्योंकि अगर बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना पाए तो गेंदबाज ही आपको मैच में वापसी कराते हैं। इसलिए जब हमने ये सीजन शुरू किया तो आशु पा (आशीष नेहरा) के साथ मिलकर हमने एक मजबूत और अनुभवी बॉलिंग यूनिट तैयार की, ताकि हमारे बल्लेबाज अगर बेहतर ना करे तो हम अपनी गेंदबाजी से मैच में वापसी कर लें।'
खुद की फिटनेस पर की मेहनत
खराब फिटनेस के कारण हार्दिक पंड्या काफी समय तक टीम इंडिया से बाहर रहे, इसे लेकर उन्होंने कहा, 'मझे यह दिखाना था कि मैंने इतने दिनों तक किस चीज के लिए मेहनत की है और फाइनल का दिन बॉलिंग के नजरिए से मेरा दिन था। मैंने अपने अच्छे प्रदर्शन को बचाकर रखा था। संजू को आउट करने के बाद मैंने जब दूसरी गेंद फेंकी, तब मुझे अहसास हो गया कि आपको गेंदबाजी करते वक्त लाइन लेंथ ठीक रखनी होगी।'
IPL में पंड्या का रहा शानदार प्रदर्शन
हार्दिक पंड्या ने IPL के 15वें सीजन के 15 मैचों में 44.27 की औसत से 487 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 131.27 रहा। साथ ही उन्होंने गेंदबाजी में भी कमाल करते हुए 8 विकेट लिए। यहां तक कि फाइनल मुकाबला भी हार्दिक के ही नाम रहा। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया। पहले उन्होंने गेंदबाजी में टीम के लिए 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए। इसके बाद बल्लेबाजी करते हुए 30 गेंदों पर 113.33 की स्ट्राइक रेट से 34 रन बनाए। पूरे सीजन हार्दिक की कप्तानी भी कमाल की रही। उन्होंने 15 मैचों में गुजरात की कप्तानी की और टीम को 12 मैच में जीत मिली।