मेडिकल कॉलेजों के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिले के लिए नीट पीजी-2022 का आयोजन 21 मई को होगा। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) के नए नोटिफिकेशन के अनुसार पीजी एंट्रेंस के एडमिट कार्ड जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
नीट पीजी-2021 की काउंसलिंग और मेडिकल कॉलेजों में साल 2021 में फाइनल ईयर के एग्जाम में देरी होने का असर नीट पीजी-2022 की परीक्षाओं पर पड़ रहा है। इस कारण छात्रों ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। नीट पीजी के आधार पर ही देश को स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स मिलते हैं। इस लिहाज से यह परीक्षा काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। भास्कर ने नीट पीजी-2022 की तारीख को लेकर किए जा रहे प्रोटेस्ट को लेकर गहराई से पड़ताल की।
साल 2021 में कोरोना की वजह से कॉलेजों में फाइनल ईयर की परीक्षा भी हुई लेट
इंटर्नशिप की अवधि बढ़ाने के बावजूद एमबीबीएस कर चुके छात्र पीजी परीक्षा की पात्रता से हुए बाहर
नीट पीजी के लिए एमबीबीएस के साथ इंटर्नशिप पूरी करना भी जरूरी है। 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के कारण एमबीबीएस की फाइनल ईयर की परीक्षाएं देरी से हुई। इससे इंटर्नशिप में भी देरी हुई। छात्रों ने इंटर्नशिप की कट ऑफ तारीख बढ़ाने की मांग उठाई। इसके बाद एनबीई ने इंटर्नशिप की कट ऑफ अवधि 31 जुलाई तक बढ़ा दी। इसके बावजूद चार से पांच राज्यों के छात्रों की इंटर्नशिप इस तारीख तक पूरी नहीं हाे रही है। सात हजार छात्र ऐसे हैं, जिनकी इंटर्नशिप सितंबर व अक्टूबर में पूरी होगी।
अक्टूबर-2021 की जगह जनवरी 2022 में शुरू हुई काउंसलिंग, तैयारियों के लिए नाममात्र समय बचा
नीट पीजी-2021 की काउंसलिंग अक्टूबर से होनी थी, जोकि जनवरी-2022 में शुरू हुई। विभिन्न कारणों से काउंसलिंग मई के पहले सप्ताह तक चलती रही। सात मई को ऑल इंडिया कोटे का स्ट्रे वैकेंसी राउंड समाप्त हुआ। जिन छात्रों को आखिरी राउंड तक सीट मिलने की उम्मीद थी उन्हें अब सीट नहीं मिलने पर नीट पीजी-2022 की तैयारियों के लिए 15 दिन से भी कम समय मिला। तय शेड्यूल पर काउंसलिंग होने पर छात्रों को तीन से चार माह का समय तैयारियों के लिए मिल जाता।
तीन वजहों से काउंसलिंग में हुई देरी
1. सुप्रीम कोर्ट में 27 प्रतिशत ओबीसी-एनसीएल व ईडब्ल्यूएस का केस चल रहा था। इसका निर्णय जनवरी के पहले सप्ताह में आया।
2. काउंसलिंग का राउंड-2 समाप्त होने के बाद मॉप अप राउंड में 146 सीटें शामिल करने से राउंड-2 के उम्मीदवारों को 146 सीटों की काउंसलिंग में शामिल होने का मौका दिया गया।
3. नीट पीजी के स्ट्रे वैकेंसी राउंड का प्रोविजनल रिजल्ट नल एंड वाॅइड घोषित हुआ। इसके बाद सात मई को स्ट्रे वैकेंसी राउंड समाप्त हुआ।
काेरोना की वजह से 2021 के एकेडमिक ईयर पर आए असर का नतीजा अब नीट पीजी-2022 के एंट्रेंस पर आ रहा है। चिकित्सा मंत्रालय को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। इंटर्नशिप की अवधि और बढ़ाने से देश को अधिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स मिल पाएंगे। इसीलिए जरूरी है कि परीक्षा आगे बढ़े। -डॉ. शंकुल द्विवेदी, मेंबर, आईएमए, स्टैंडिंग कमेटी ऑन जूनियर डाॅक्टर्स