कोटा में 14 साल की छात्रा के मर्डर के मामले में आरोपी टीचर गौरव के बारे में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि करीब 5 साल पहले वह बाबा बनने के लिए घर छोड़कर बाबा भाग गया था। वह किसी तांत्रिक संपर्क में भी आ गया था।
एमटेक तक पढ़ा गौरव अंदर ही अंदर आपराधिक प्रवृत्ति का होता जा रहा था। वह दिमागी रूप से वह अनस्टेबल था। ऐसे में उसके घर वालों ने कई बार डॉक्टर से इलाज भी कराया था। जब लगा कि गौरव ठीक हो गया तब उसने पड़ोस के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया था। जिस नाबालिग छात्रा की हत्या की गई है, उसका परिवार गौरव के परिवार को लंबे समय से जानता था। विश्वास के कारण ही बच्ची 3 साल से गौरव के पास ही ट्यूशन पढ़ने जा रही थी।
पड़ोसियों का कहना है कि उसके पास 3 स्टूडेंट ही पढ़ने आते थे। इनमें एक ही लड़की थी, जिसे आरोपी गौरव अलग से बुलाता था। जिस तरह से आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है, इसके लिए लंबे समय से इसकी प्लानिंग कर रहा था। आरोपी टीचर गौरव का पड़ोस के लोगों से व्यवहार ठीक था। इसलिए उस पर किसी को शक नहीं था। उसके पड़ोसी भी यकीन नहीं कर पा रहे कि गौरव ऐसी वारदात कर सकता है।
आरोपी ने एमटेक कर रखी है। उसके पास केवल 3 ही बच्चे ट्यूशन पढ़ने आते थे।
पुलिस का मानना, मर्डर की पहले से प्लानिंग थी
वारदात के दिन रविवार को गौरव के माता-पिता शादी समारोह में बाहर गए हुए थे। घर पर कोई नहीं था। इसी दौरान उसने नाबालिग छात्रा को ट्यूशन पढ़ाने के लिए बुलाया और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। घर वालों के लौटने से पहले ही वह फरार हो गया। वारदात के तरीके को पुलिस भी प्लानिंग मान रही है। घरवालों ने गौरव को भी शादी में चलने के लिए कहा था लेकिन उसने विपिन नाम के दोस्त के साथ मीटिंग का बहाना बनाया। हालांकि पुलिस पूछताछ में विपिन ने इस बात से इनकार किया है।
गौरव ने छात्रा की हत्या सुबह 11.30 से 12 बजे के बीच ही कर दी थी। दोपहर करीब 12 बजे उसने शव को खिड़की में लटकाया और ताला लगाकर घर छोड़ दिया। आरोपी स्कूटी से ही फरार हुआ। वो नयापुरा, रंगपुर रोड, भदाना होते हुए कोटा के अंतिम छोर तक पहुंच गया था। वहां उसने एक पेट्रोल पंप पर स्कूटी में पेट्रोल भरवाया और करीब 1 बजे कोटा छोड़ दिया। आरोपी को पकड़ने के लिए 7 पुलिस टीमें लगी हैं।
आरोपी घर से 9 हजार रुपए कैश लेकर स्कूटी से भागा है। पुलिस का दावा है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
थर्ड फ्लोर पर बने कमरे में पढ़ाता था
आरोपी का मकान बिल्कुल तंग गली में है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर गौरव और उसका परिवार रहता है। दूसरे फ्लोर पर उसके चाचा-चाची रहते हैं। तीसरे फ्लोर पर केवल एक कमरा बना हुआ है। उसी कमरे में वह तीनों बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। गौरव का परिवार और उसके चाचा-चाची आपस में बात नहीं करते हैं। जिस समय वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय गौरव के चाचा-चाची भी शादी समारोह में ही गए हुए थे।
पड़ोसी ने बताया कि घटना के समय वह भी अपनी दुकान पर गया हुआ था। अगर वह घर होता तो वारदात होने से शायद टल जाती। क्योंकि जिस कमरे में वह बच्चों को पढ़ाता था, उस कमरे की बरामदे से साफ दिखाई देती है।
मासूम बच्ची के शरीर पर संघर्ष के निशान मिले हैं।
यह है मामला
गौरलतब है कि रविवार को कोटा के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक 14 साल की एक नाबालिग की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मामले में रेप की आशंका भी जताई जा रही है। आरोपी ने नाबालिग का शव खिड़की पर फंदे से लटका दिया था। आरोप है कि इस घटना को अंजाम उसके ट्यूशन टीचर गौरव ने दिया है। इस वारदात के बाद से आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
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