संसद में बुधवार को राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद कमलेश पासवान से तीखी नोंकझोंक हुई। दरअसल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान राहुल पासवान से कह दिया है कि वे गलत पार्टी में हैं। इस पर पलटवार करते हुए पासवान ने कहा कि कांग्रेस की हैसियत उन्हें पार्टी में लेने की नहीं है। आइए आपको तफ्सील से बताते हैं लोकसभा के भीतर बहस के दौरान क्या हुआ।
लोकसभा में कांग्रेस की ओर से पहला वक्ता राहुल गांधी थे। राहुल ने इस दौरान बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कमलेश की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप भी अपने पिता को खोए हैं, लेकिन आप गलत पार्टी में हैं, जहां त्याग का अर्थ कोई नहीं समझता है।
भाजपा सांसद का राहुल पर पलटवार
वहीं अपनी बारी आने पर कमलेश ने राहुल के बयान का पलटवार किया। पासवान ने कहा, मुझे बीजेपी ने तीन बार सांसद बनाया है और इससे ज्यादा क्या दे सकती है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस 60 सालों से फूट डालो और राज करो की नीति अपना रही थी।
संबोधन के दौरान यूपी के बांसगांव से भाजपा सांसद ने राहुल की ओर देखते हुए कहा- "हां मैंने अपने पिता को खोया है और मुझे इसका दु:ख है। लेकिन इनकी पार्टी की इतनी हैसियत नहीं है कि मुझे ले सके।" कमलेश ने इस दौरान सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक गुरु भी बताया।
चुनावी सभा में मारे गए थे कमलेश के पिता
सांसद कमलेश पासवान के पिता ओम प्रकाश पासवान की हत्या बांसगांव में एक जनसभा के दौरान कर दी गई थी। ओम प्रकाश पासवान उस वक्त विधायक थे और 25 मार्च 1996 को संसदीय चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। सभा खत्म होते ही कुछ बाइक सवार बदमाशों ने उन पर बम से हमला कर दिया, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
मुलायम सिंह ने बनाया था विधायक
ओम प्रकाश की हत्या के बाद मुलायम सिंह यादव ने 2002 में कमलेश को मनिराम से विधानसभा का टिकट दिया। पासवान चुनाव जीतकर सदन भी पहुंचे, लेकिन 2009 में उन्होंने सपा छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया और तब से 2009, 2014 और 2019 में बांसगांव से चुनाव जीतकर सांसद हैं।