राजनीति में कहा जाता है कि कोई किसी का न तो दोस्त होता है और न दुश्मन। भारत की राजनीति में ऐसे कई मामले हैं, जहां एक ही छत के नीचे पति और पत्नी अलग-अलग राजनीतिक झंडे थामे नजर आते हैं तो कहीं विचारधारा का मेल नहीं हो सका। एक ही पार्टी में रहते हुए भी कई बार कपल आमने-सामने आ जाते हैं। इस बार के यूपी विधानसभा चुनाव में लखनऊ की सरोजनीनगर सीट पर पत्नी स्वाति सिंह और पति दयाशंकर सिंह दोनों दी बीजेपी से टिकट मांग रहे हैं। इस सीट से स्वाति सिंह विधायक हैं और महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी हैं। वहीं, दयाशंकर सिंह उत्तर प्रदेश भाजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। आइए जानते हैं ऐसे चर्चित कपल के बारे में...
पप्पू यादव और रंजीत रंजन
बिहार की राजनीति के चर्चित नाम राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की लव लाइफ काफी फेमस रही है। लालू प्रसाद यादव के साले पप्पू यादव की लव मैरिज हुई है। पूर्व सांसद रहे पप्पू ने खुद की जन अधिकार पार्टी बनाई है और उनकी पत्नी रंजीत रंजन बिहार में सुपौल निर्वाचन क्षेत्र की वर्तमान कांग्रेस सांसद हैं। वे बिहार की सांसद के तौर पर अपना दूसरा कार्यकाल निभा रही हैं।
पूर्व सांसद रहे पप्पू ने खुद की जन अधिकार पार्टी बनाई है और उनकी पत्नी रंजीत रंजन बिहार में सुपौल निर्वाचन क्षेत्र की वर्तमान कांग्रेस सांसद हैं।
निर्मला सीतारमण और उनके पति परकला
केंद्रीय मंत्री बनने से पहले निर्मला सीतारमण को भाजपा के प्रवक्ता के रूप में जाना जाता था। जबकि वे वर्तमान में वित्त मंत्री हैं। उनके पति डॉ. परकला प्रभाकर ने जुलाई 2014 से लेकर जून 2018 तक आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार के संचार सलाहकार के रूप में काम किया था। परकला पीवीएन के बहुत करीब थे और राजीव गांधी ने उन्हें पैरिस में फ्रांसीसी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्ण सत्र में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा था। 1997 से 2006 तक वे बीजेपी के साथ रहे। फिर, वे अभिनेता चिरंजीवी द्वारा बनाई गई प्रजाराज्य पार्टी में शामिल हो गए।
निर्मला सीतारमण और उनके पति परकला
अमिताभ बच्चन और जया बच्चन
अमिताभ और जया बच्चन अलग-अलग राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर चुके एक और सेलिब्रिटी कपल है। अमिताभ का राजनीतिक जीवन 1984 में शुरू हुआ जब उन्होंने इलाहाबाद से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता, लेकिन जल्द ही समाप्त हो गया, जबकि उनकी पत्नी जया बच्चन एक अभिनेता से नेता बनीं। वर्तमान में राज्यसभा में समाजवादी पार्टी की संसद सदस्या हैं और बतौर राज्यसभा सांसद यह उनका चौथा कार्यकाल है।
अमिताभ बच्चन और जया बच्चन अलग-अलग समय में राजनीति में शामिल रहे हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा
एक अभिनेता से राजनेता बने सिन्हा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में की। उनकी पत्नी पूनम सिन्हा एक भारतीय अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ हैं। 16 अप्रैल 2019 को वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं। पूनम सिन्हा ने लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह के विरुद्ध उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। राजनाथ सिंह को जहां 6 लाख 33 हजार वोट मिले, वहीं पूनम सिन्हा को 2 लाख 85 हजार वोट मिले।
शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज के पति समाजवादी रहे
बीजेपी के शीर्ष नेताओं में शुमार रहीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल समाजवादी विचारधारा के है। दिवंगत सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के नामचीन क्रिमिनल मामलों के वकील हैं। कौशल महज 37 साल की उम्र में मिजोरम के गवर्नर बन गए थे। इतनी छोटी उम्र में कभी कोई किसी प्रदेश का गवर्नर नहीं बना।
सांसद सौमित्र खान और पत्नी सुजाता मंडल
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान ने घर में ही बगावत करते हुए तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनके ऐसा करने से नाराज उनके पति सौमित्र खान ने नाम से खान टाइटल हटाने की मांग के साथ ही तलाक का नोटिस भी थमा दिया था।
सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान ने घर में ही बगावत करते हुए तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
कद्दावर नेता दिनेश सिंह और पत्नी वीणा देवी
बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) के कद्दावर नेता और विधान परिषद सदस्य रहे दिनेश सिंह की पत्नी वीणा देवी पहले बीजेपी में थीं। बाद में वह लोक जनशक्ति पार्टी में आ गईं और वैशाली से सांसद बनीं। दिनेश की सांसद पत्नी के साथ ही बेटी कोमल सिंह भी गायघाट विधानसभा सीट से लोजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थीं। 2019 के भारतीय आम चुनाव में, उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के साथ वैशाली से चुनाव लड़ा और रघुवंश प्रसाद सिंह को हराया।
लद्दाख के BJP सांसद की पत्नी कन्हैया की समर्थक
लद्दाख से बीजेपी के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का है। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधानों के हटने के बाद संसद में नामग्याल ने दमदार भाषण दिया था, जिस वजह से वह सुर्खियों में आ गए थे। उनकी शादी सोनम वांग्मो से हुई है, जो कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट रही हैं। सोनम ने कन्हैया का खुलकर समर्थन किया था।
पति सेवियो और प्रतिमा कोटिन्हो
गोवा की कांग्रेस नेता और गोवा प्रदेश महिला कांग्रेस समिति की अध्यक्ष रह चुकी प्रतिमा कोटिन्हो के पति सेवियों ने 2012 के चुनाव में सीएम दिगंबर कामत के खिलाफ तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस समय प्रतिमा के कंधों पर कांग्रेस को जिताने की जिम्मेदारी थी।