भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड के पैरावेट सह कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्र श्री गोपाल गौशाला किशनगढ रेनवाल में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर ध्वजारोहण गौशाला अध्यक्ष श्री कैलाश जी द्वारा किया गया।
खुले आसमान में शान से लहराते हुए अपने राष्ट्रध्वज को देखकर बड़ा गर्व महसूस होता है। थोड़ी देर के लिए सही लेकिन इस राष्ट्र ध्वज के नीचे खड़ा प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को एक पूर्ण भारतीय महसूस करता है उस समय उसके दिमाग में जाति,धर्म, ऊंच-नीच,छोटा-बड़ा अमीर गरीब जैसे भेदभाव या तो होते ही नहीं है या करोड़ों योजन दूर होते हैं, ऐसा जादू है अपने तिरंगे में। इस जादू को हमें हमेशा बरकरार रखना है तो क्यों ना हम सदा यह कल्पना करें कि मैं और इस देश का प्रत्येक व्यक्ति सैदेव अपने हाथ में एक तिरंगा लिए है, और जब मैं पूर्ण काम व्यक्ति बन इस दुनिया से विदा लूंगा तो आने वाली पीढ़ी को यह तिरंगा उनके हाथ में थमाके जाऊंगा और यह सिलसिला अनवरत चलता रहे। क्योंकि जिन महान आत्माओं ने हमें यह आज़ादी का तोहफा दिया उन्होंने कभी भी इन जाति,धर्म, ऊंच-नीच, अमीरी- गरीबी के बारे में सोचा भी नहीं तभी तो वह हमें आजादी दिला पाए। यह तिरंगा ही तो था जिसने उन सभी को एक धागे में पिरोये रखा। तो आइए इस स्वतंत्रता दिवस से हम भी उसी एक नाम के धागे भारतीय मे बंधना शुरू करें।