10 सितंबर, 2021 की तारीख उन लोगों के लिए काफी अहम है, जो दुनिया के सबसे सस्ते 4G एंड्रॉयड स्मार्टफोन का इंतजार कर रहे हैं। जी हां, इस दिन जियोफोन नेक्स्ट की कीमत सामने आएगी। साथ ही, इसकी बिक्री भी शुरू होगी। ये वही स्मार्टफोन है जिसे मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने गूगल के साथ मिलकर तैयार किया है। 2 दिन पहले सोशल मीडिया पर जियोफोन नेक्स्ट की कीमत सामने आई है।
डेटा इंजीनियर और प्रोडक्ट रिव्यू करने वाले टिप्सटर योगेश ने जियोफोन नेक्स्ट की कीमत 3,499 रुपए बताई है। योगेश अक्सर फोन और गैजेट्स से जुड़े स्पेसिफिकेशन और कीमत लीक करते रहते हैं। उन्होंने जियोफोन नेक्स्ट के स्पेसिफिकेशन भी शेयर किए हैं, जिन्हें देखने के बाद लोग इसे जियोफोन लेटर कह रहे हैं।
योगेश द्वारा शेयर की गई जियोफोन नेक्स्ट की कीमत और फीचर्स को सही माना जाए, तो सवाल ये उठता है कि क्या वाकई ये दुनिया का सबसे सस्ता 4G एंड्रॉयड स्मार्टफोन है? इसके स्पेसिफिकेशन को लेकर लोग क्या कमेंट कर रहे हैं? जियोफोन नेक्स्ट को कौन से स्मार्टफोन से टक्कर मिल सकती है? आइए इन तमाम चीजों के बारे में जानते हैं...
सबसे पहले जानते हैं जियोफोन नेक्स्ट के स्पेसिफिकेशन और कीमत के बारे में...
योगेश के मुताबिक, जियोफोन नेक्स्ट की स्पेसिफिकेशन और कीमत यही रहने वाली है। तो क्या 3,499 रुपए की कीमत के साथ ये दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन हो सकता है? फिलहाल तो इसका जवाब नहीं है, क्योंकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट और अमेजन पर दो ऐसे 4G स्मार्टफोन मौजूद हैं, जिनकी कीमत 3,499 रुपए से कम है। चलिए इनके बारे में भी जान लेते हैं...
आईटेल IT 1508 की कीमत 3,449 रुपए और आईटेल विश IT 1512 की कीमत 3,490 रुपए है। जबकि जियोफोन नेक्स्ट की कीमत 3,499 रुपए बताई जा रही है। यानी आईटेल के दोनों मॉडल की कीमत जियोफोन नेक्स्ट से कम है। वैसे, जियोफोन नेक्स्ट स्पेसिफिकेशन के मामले में इनसे बेहतर है, लेकिन इसकी बैटरी को लेकर लोग नाखुश दिख रहे हैं।
सोशल मीडिया पर जियोफोन नेक्स्ट की कीमत और स्पेसिफिकेशन को लेकर किए गए कमेंट
जियो को देनी पड़ सकती है सब्सिडी
फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी IIFL सिक्योरिटीज का कहना है- रिलायंस इंडस्ट्रीज को स्मार्टफोन की 7.5 करोड़ यूनिट बेचने के लिए 15,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने की जरूरत होगी। उसने कहा कि शिपिंग की लागत, चीन में माइक्रो-प्रोसेसर और डिस्प्ले की कीमतें बढ़ना इसे रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए चुनौतीपूर्ण बना सकता है। ऐसे में कंपनी को अपने हर हैंडसेट पर 2000 रुपए की सब्सिडी देनी पड़ सकती है।
IIFL सिक्योरिटीज ने अपने एनालिसिस के आधार पर कहा है कि जियो 2 से 4 अरब डॉलर (15 से 30 हजार करोड़ रुपए) की सब्सिडी उठा सकती है, जिसे वो अपने सब्सक्राइबर्स और बाजार में बड़ी हिस्सेदारी के चलते 1 से 2 साल में कवर भी कर सकती है। ऐसे में जियो के लिए ये शानदार ऑफर हो सकता है।
जियोफोन नेक्स्ट की मैन्युफैक्चरिंग कीमत क्या होगी?
इस बारे में टेक एक्सपर्ट प्रावल शर्मा ने कहा, "फोन की कीमत एक यूनिट पर नहीं, बल्कि कितने मिलियन का ऑर्डर मिल रहा है, इस बात से तय की जाती है। फोन की कीमत हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में 40-60 रेशियो में होती है।"
"कंपनी को एक 4G स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए हार्डवेयर में करीब 1500 से 2000 रुपए खर्च करने होते हैं। इसमें भी डिस्प्ले साइज, कैमरा मेगापिक्सल का अहम रोल होता है। वहीं, सॉफ्टवेयर के लिए करीब 2000 रुपए तक खर्च करने होते हैं। जिन सॉफ्टवेयर में अपडेट नहीं मिलता, उनकी कीमत कम हो जाती है।"