हरियाणा में ग्रुप-C कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) पास 2.04 लाख अभ्यर्थियों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने इसके लिए हरियाणा परिवार पहचान पत्र अथॉरिटी (PPP) को लेटर लिखा है, जिसमें कहा गया है कि इन अभ्यर्थियों की फैमिली इनकम और घर में सरकारी नौकरी की पड़ताल की जाए।
हालांकि आयोग पहले ही काफी उम्मीदवारों का वेरिफिकेशन कर चुका है, लेकिन पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सिंगल बैंच के एक फैसले का हवाला देते हुए आयोग ने PPP अथॉरिटी को अभ्यर्थियों की पूरी जानकारी भेजकर वेरिफाई करने के लिए कहा है।
सिंगल बैंच का क्या है फैसला?
CET स्कोर में सीईटी की लिखित परीक्षा के अंक और सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक जुड़े हुए हैं और सिंगल बैंच ने फैसला दे रखा है कि पहले सामाजिक-आर्थिक मानदंड का वेरिफिकेशन हो, उसके बाद ही सीईटी संशोधित स्कोर जारी हो। संशोधित सीईटी स्कोर के अनुसार ही भर्ती प्रकिया शुरू की जाए। हालांकि आयोग ने सिंगल बैंच के इस फैसले के लिए डबल बैंच में अपील की है, लेकिन आयोग ने भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए यह फैसला लिया है।
2.11 लाख उम्मीदवारों ने किया है दावा
CET पास 3.20 लाख उम्मीदवारों में से 2.11 लाख उम्मीदवारों ने सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के अंकों का दावा किया है। इनमें 2.04 ने परिवार में कोई सरकारी नौकरी नहीं होने, विधवा और फादरलेस के लिए 14143 ने अंक क्लेम किए हैं। डिनोटिफाइड के 35 और अनुभव के लिए 6441 उम्मीदवारों ने अंकों का दावा पेश किया है। इनमें परिवार में सरकारी न होने, विधवा, पिता के न होने, डिनोटिफाइड और अनुभव के अंक शामिल हैं। इसके तहत अभ्यर्थियों को अधिकतम 5 अंकों का लाभ मिलना है।
HSSC का ये है प्लान बी
आयोग ने यह फैसला अपने प्लान बी के तहत किया है। यदि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की डबल बैंच ने सिंगल बैंच के फैसले को जारी रखा तो आयोग का यह फैसला कारगर साबित होगा। अभी संभावना यह भी बनी हुई है कि आयोग अपने स्तर पर वेरिफिकेशन के बाद सीईटी स्कोर संशोधित कर लें। यदि ऐसा हो जाता है तो भर्ती प्रक्रिया को कोई भी रोक नहीं पाएगा।