पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने आज पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पूछताछ के लिए बुलाया है। यह पूछताछ अल कादिर ट्रस्ट केस में होनी है। इसमें खान की पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की दोस्त फराह गोगी भी आरोपी हैं।
सरकार के मुताबिक अल कादिर ट्रस्ट केस में 60 अरब पाकिस्तानी रुपए का घोटाला हुआ है। इमरान, बुशरा और फराह गोगी इस एजुकेशनल ट्रस्ट में ट्रस्टी हैं। जांच एजेंसी के पास ब्रिटिश सरकार के वो डॉक्यूमेंट्स भी मौजूद हैं, जिनमें 40 अरब रुपए पाकिस्तान भेजे जाने का जिक्र है।
दूसरी तरफ, पंजाब प्रांत की केयरटेकर सरकार ने आरोप लगाया है कि इमरान के लाहौर वाले घर में 40 आतंकी छिपे हुए हैं। सरकार ने आतंकियों को पुलिस के हवाले करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। यह आज खत्म हो रहा है। इसके पहले ही सिक्योरिटी फोर्सेज ने खान का घर घेर लिया है।
इमरान का घर लाहौर के जमान पार्क इलाके में है। इसकी तरफ जाने वाले हर रास्ते को सिक्योरिटी फोर्सेज ने बंद कर दिया है। हर जगह फोर्स मौजूद है।
इमरान पेश होंगे या नहीं
- पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इमरान गुरुवार को NAB के सामने पेश होंगे या नहीं, इस पर सवालिया निशान है। वजह ये है कि NAB अब तक कई बार उन्हें पूछताछ के लिए बुला चुकी है, लेकिन खान और उनकी पत्नी हाजिर ही नहीं होते। हर बार उनके वकील कोई न कोई बहाना बनाकर कोर्ट से राहत हासिल कर लेते हैं।
- इसी अल कादिर ट्रस्ट केस में 9 मई को NAB ने खान को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी को 8 दिन की रिमांड भी मिली थी, लेकिन इसके पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने खान को रिहा कर दिया। अब उन्हें तमाम केसों में 31 मई तक गिरफ्तारी से राहत दी जा चुकी है।
- NAB के एक अफसर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने खान से साफ कहा है कि उन्हें जांच एजेंसी के साथ हर तरह का सहयोग करना होगा। इसका मतलब ये हुआ कि अगर वो पूछताछ के लिए पेश नहीं हुआ तो उनकी परेशानियां बढ़ जाएंगीं।
9 और 10 मई को पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में PTI कार्यकर्ताओं ने हिंसा और आगजनी की थी। 3 दिन स्कूल और कॉलेज बंद रहे थे।
लाहौर वाले घर को सिक्योरिटी फोर्सेज ने घेरा
- पंजाब प्रांत की केयरटेकर सरकार ने बुधवार को कहा- इमरान खान के घर 40 आतंकी छिपे हैं। अगर खान ने 24 घंटे में इन्हें पुलिस के हवाले नहीं किया तो फिर सिक्योरिटी फोर्सेज कार्रवाई करेंगीं। 24 घंटे की डेडलाइन गुरुवार दोपहर 1 बजे खत्म हो जाएगी।
- जैसे ही पंजाब सरकार के मिनिस्टर आमिर मीर ने यह बयान दिया, उसके चंद मिनट बाद सिक्योरिटी फोर्सेज ने खान के घर जमान पार्क जाने वाले हर रास्ते को बंद कर दिया। यहां पुलिस, रेंजर्स के अलावा फौज भी मौजूद है।
- आमिर ने कहा- खान के घर में 40 दहशतगर्द मौजूद हैं। खान के पास इन्हें हमारे हवाले करने के लिए 24 घंटे हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने आर्मी कोर कमांडर के घर हमला किया था। इन्हीं लोगों ने सिक्योरिटी फोर्सेज पर पेट्रोल बम फेंके और फायरिंग की। ये वही लोग हैं जिन्होंने आर्मी हेडक्वॉर्टर पर अटैक किया। उम्मीद करते हैं कि खान 24 घंटे में इन तमाम लोगों को पुलिस और सिक्योरिटी फोर्सेज के हवाले कर देंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारी टीमें एक्शन के लिए तैयार हैं।
तस्वीर लाहौर की है। यहां 9 मई को भीड़ ने एम्बुलेंस को रोक लिया था, बाद में उसे आग के हवाले कर दिया था। मरीजों को उसमें से उतार दिया गया था।
फौज ने कहा- माकूल जवाब देंगे
मंगलवार को फौज के कोर कमांडर्स और फिर नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग हुई थी। हिंसा और अपने अफसरों के घर हमले पर फौज ने कहा- हमले साजिश के तहत हुए। फौज को गद्दार बताया जा रहा है। हमने गुनहगारों की पहचान कर ली है। अब उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। ये जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग सिविल वॉर चाहते हैं। इस्लामाबाद में रेड अलर्ट है।
9 मई को हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी। इमरान का दावा है कि पुलिस फायरिंग में 25 लोगों की मौत हुई थी।
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस
- सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी। आरोप है कि यह पैसा एक सीक्रेट अकाउंट के जरिए इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के खाते में ट्रांसफर कराई गई।
- इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
- होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।