हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ देश के सभी क्षेत्रों में अलग - अलग रीति रिवाज के साथ मनाया जाता है। कहीं पर पतंगबाजी के साथ तो कहीं पर दान पुण्य के साथ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। दान पुण्य का इस दिन विशेष महत्व होता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है | जिसमें यदि वदे मातरम टीम के द्वारा बात की जाए, तो यहां के लोग संक्रांति के त्यौहार को निस्वार्थ भाव से दान पुण्य कर मनाते हैं, दान पुण्य की परंपरा यहां पर रियासत काल से चली आ रही है, जो आज भी कायम है जिसके चलते सभी चौराहों पर स्थित टीम वंदे मातरम् द्वारा झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले छोटे बच्चों को पतंगे, चरखी, डोर, गट्टे, तिल के लड्डू, गजक और गायों को चारा एवं गुड़ खिलाया गया ।
संस्कार चेतना मार्गदर्शिका उद्देश्य (Sanskar Chaitna Margdershika Objective)
संस्कार चेतना मार्गदर्शिका वितरण का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्रओं में नैतिक, मानसिक, शारीरिक, प्राकृतिक और वैदिक विकास करना हैं| संस्कार चेतना मार्गदर्शिका पुस्तिका छात्र-छात्रओं को जीवन यापन, दैनिक कार्य तथा अपने से छोटे एवं बढ़ों का सम्मान करने की प्रेरणा देता है |
संस्कार चेतना मार्गदर्शिका हेल्पडेस्क नंबर (Helpdesk)
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