यूरोप में देशों में स्थित कई यूक्रेनी दूतावासों में संदिग्ध पार्सल मिले हैं। इन्हें ब्लडी पार्सल कहा जा रहा है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने बताया है कि इन पार्सलों में जानवरों के अंग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा अधिकारियों को डराने के लिए किया जा रहा है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा- अब तक ऐसे 17 मामले सामने आ चुके हैं, जहां यूरोप के अलग-अलग देशों में स्थिति हमारी एंबेसी में जानवरों के अंगों वाले पार्सल मिले हैं। कई पार्सलों में गाय और सुअर की आंखें मिली हैं। तो वहीं, कुछ पार्सलों में विस्फोटक भी मिल चुके हैं।
तस्वीर में दिख रहे ऐसे ही कई पैकेज में एक्सप्लोसिव और जानवरों के अंग मिल रहे हैं।
स्पेन में दूतावास के बाहर पार्सल खोलते ही धमाका हुआ था
संदिग्ध पैकेज मिलने का सिलसिला स्पेन में ऐंबैसी के बाहर हुए धमाके के बाद शुरू हुआ। कुछ दिन पहले स्पेन की राजधानी मैड्रिड में यूक्रेनी ऐंबैसी में कई एक्सप्लोसिव से भरे पार्सल भेजे गए थे। एक पार्सल खोलते ही धमाका भी हुआ था। ये 'लेटर बम' स्पेन के एयर फोर्स बेस पर भेजा गया था।
लेटर बम किसी की हत्या करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर खुफिया एजेंसी किसी हाई प्रोफाइल टारगेट की हत्या के लिए इसे इस्तेमाल करती हैं। लेटर बम बनाने के लिए एक पार्सल तैयार किया जाता है। इसमें एक एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाई जाती है। पार्सल खोलते ही डिवाइस ट्रिगर हो जाती है और धमाका हो जाता है।
मैड्रिड में हुए धमाके में यूक्रेन का एक डिप्लोमैट घायल हो गया था।
यहां मिले संदिग्ध पैकेज
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेह निकोलेंको के मुताबिक, हंगरी, नीदरलैंड, पोलैंड, क्रोएशिया, इटली, ऑस्ट्रिया में स्थित यूक्रेनी ऐंबैसी और नेपल्स और क्राको में स्थित यूक्रेनी काउंसलेट में संदिग्ध पैकेज मिले। इनमें एक्सप्लोसिव और जानवरों के अंग थे। उन्होंने कहा- ऐसा लगता है कि पैकेज को ऐंबैसी भेजने से पहले किसी तरह के लिक्विड में भिगोया गया था। इनसे अजीब से बदबू आ रही थी। हम जांच कर रहे हैं।
डिप्लोमैट्स की सुरक्षा को देखते हुए चेक रिपब्लिक के ब्रनो शहर में यूक्रेनी काउंसलेट को खाली करा लिया गया है।
रूस पर पैकेज भेजने की आशंका
फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि ये पैकेज किसने भेजे हैं। हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने रूस पर ऐसा करने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा- हमारे डिप्लोमैट्स ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर रूस पर दबाव बनाया है। रूस अब तक जंग नहीं जीत पाया है। कई शहरों से रूसी सैनिक पीछे हट रहे हैं। डिप्लोमैटिकली देखा जाए तो रूस जंग हार रहा है।
विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा- इस मामले में या तो रूस सीधे तौर पर जिम्मेदार है या फिर कोई ऐसा शख्स जो रूस के समर्थन में है, वो ऐसा कर रहा है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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