भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री चेहरे के लिए चल रही रस्साकस्सी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- मेरे जीवन में कुछ भी सीधे-सीधे नहीं होता है। संघर्ष करने के बाद ही कुछ मिलता है। करणी माता का आशीर्वाद मिल गया है तो आगे का काम अब सफल ही होगा।
रविवार को राजे विशेष हेलीकॉप्टर से यहां पहुंची और करणी माता मंदिर में करीब आधा घंटे तक विशेष पूजा-अर्चना की। उनके साथ बेटे दुष्यंत सिंह भी थे। दर्शन के बाद वो जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचीं। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा गंगा सिंह करणी सिंह करणी माता का आशीर्वाद लेने आते थे। यहां सफेद चूहा दिखने के बाद ही वो आगे बढ़ते थे। तब उनका काम सफल होता था। आज मुझे भी माता ने आशीर्वाद दे दिया है। जब भगवान का आशीर्वाद मिल जाता है तो कौन है जो रास्ते में खड़ा हो सकता है।
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहुंचीं तो समर्थकों ने उनका अभिवादन कुछ इस अंदाज में किया। रविवार को राजे विशेष हेलीकॉप्टर से पहुंचीं और करणी माता मंदिर में करीब आधा घंटे तक विशेष पूजा-अर्चना की। उनके साथ बेटे दुष्यंत सिंह भी थे। दर्शन के बाद वो जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचीं।
गहलोत सरकार पर हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- पिछले चार साल में राजस्थान की जनता के साथ विश्वासघात हुआ। जनता ने आपको काम करने के लिए चुना था, लेकिन आपने अपनी सरकार को बचाने के लिए, कुर्सी बचाने के लिए ये समय निकाल दिया।
मंच पर अकेली राजे
मंच पर सिर्फ राजे के लिए ही एक कुर्सी लगाई गई थी। किसी अन्य नेता को मंच पर स्थान नहीं दिया गया। कार्यक्रम का आयोजन करने वाले पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी स्वयं मंच पर नहीं थे। भाटी एक माइक अपने हाथ में रखकर सभा का संचालन करते रहे।
शहर-देहात भाजपा की दूरी
खास बात ये है कि शहर व देहात भाजपा ने इस कार्यक्रम से दूरी बना रखी है। शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह स्वागत करने देशनोक पहुंचे, लेकिन कार्यकारिणी के सदस्य नदारद थे। हेलीपैड पर गुलदस्ता भेंट करने के बाद अखिलेश सिंह भी वहां से निकल गए।
वसुंधरा राजे के बयान के सियासी मायने
वसुंधरा राजे ने इशारों में बीजेपी की आगे की सियासत का नरेटिव सेट करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने संघर्ष के बाद ही अब तक सफलता मिलने और करणी माता के आशीर्वाद के बाद कोई सामने नहीं टिकने वाला बयान देकर विरोधियों को मैसेज दे दिया है। चुनावी साल से पहले वसुंधरा राजे ने अपने समर्थकों और पार्टी नेताओं को भी यह इशारों में फील्ड में उतरने के संकेत दे दिए हैं। आने वाले दिनों में इसके सियासी रिजल्ट पार्टी के भीतर भी दिख सकते हैं। उन्होंने चुनावी साल से पहले फिर से सक्रिय होकर अपनी दावेदारी जताने का इशारा किया है।
बीकानेर में जब मां वसुंधरा राजे सभा को संबोधित कर रही थीं, तब झालावाड़-बारां के 4 बार सांसद दुष्यंत सिंह समर्थकों के बीच बैठे थे। रविवार को दुष्यंत अलग अंदाज में दिखे। समर्थकों के बीच बैठकर उन्होंने अपनी मां का भाषण सुना।
भीड़ में बैठे सांसद दुष्यंत
पूर्व सीएम के बेटे व झालावाड़-बारां में 4 बार के सांसद दुष्यंत सिंह अपनी मां की देव दर्शन यात्रा में अलग ही नजर आए। बीकानेर में वो समर्थकों के बीच जमीन पर बैठे नजर आए। मंच से बहुत दूर रहे। वे मां के साथ हेलिकॉप्टर में भी नही बैठे। जब वसुंधरा राजे ने सम्बोधन में अन्य सांसदों के साथ उनका नाम पुकारा तो वे कहीं नजर नही आए। किसी ने राजे को बताया कि दुष्यंत तो भीड़ में बैठ कर आपका भाषण सुन रहे हैं। देशनोक में भी वे मंच पर नहीं बैठे। भीड़ में ही नजर आए। उनके इस अंदाज की समर्थकों में खूब चर्चा हो रही थी।