राजस्थान में सामान्य से करीब 55 फीसदी अधिक बरस चुका मानसून कई शहरों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। श्रीगंगानगर, कोटा, बारां के बाद अब जोधपुर में बरसात का कहर देखने को मिला है। यहां बीते करीब 12 घंटे से हो रही बारिश से शहर में बाढ़ के हालात हैं। जिला कलक्टर ने स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। वहीं, रेलवे ट्रैक पर पानी जमा होने से प्रशासन ने दो ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
मूसलाधार बरसात का दौर जोधपुर व आसपास के एरिया में सोमवार शाम करीब सात बजे से स्टार्ट हुआ। तीन घंटे की तेज बरसात से शहर की गलियाें में कई फीट तक पानी जमा हो गया और बहाव नदी जैसा देखने को मिला। इस बहाव में कई गाड़ियां बहती दिखीं।
बताया जा रहा है कि मानसून के 22 दिनों में जोधपुर की यह पहली तेज बारिश है। सोमवार शाम से आज सुबह 8 बजे तक 118MM पानी बरसा है। शहर के कई इलाकों में बिजली गुल है। भारी बारिश के चलते जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने सरकारी व निजी स्कूलों की छूट्टी के आदेश जारी कर दिए।
सोमवार शाम और मंगलवार सुबह की बारिश के कारण जोधपुर के अधिकतर इलाके जलमग्न हैं। शहर में बचाव व राहत कार्य के लिए प्रशासन की टीमें लगी हुई हैं।
दीवार ढहने से गाड़ियां दबीं
कागा कॉलोनी स्थित राधाकृष्ण मंदिर राम गढ़ी में दीवार ढहने से वहां खड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। दीवार के पास खड़ी कार चकनाचूर हो गई। जेसीबी की मदद से मलबे के साथ कार को निकाला गया। गनीमत यह रही कि कार में उस समय कोई नहीं था और सड़क भी सूनी थी। भीतरी क्षेत्र में भी जर्जर मकान की दीवार गिरी। भीतरी शहर के पुंगलपाडा स्थित गाय गली में शाहों की पाेल की दीवार का हिस्सा ढह गया जिससे दुपहिया वाहन क्षतिग्रत हो गए।
बारिश के कारण कई जगह दीवार ढह गई। वाहन दब गए। जनहानि की खबर नहीं है।
गलियों में बहाव ऐसा कि बही कारें
कल हुई बरसात ने भीतरी शहर में पानी के तेज वेग से गाड़ियां बह गईं। खांडा फलसा दूधेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र में दुकानों में पानी भर गया। जालोरी गेट जालप मौहल्ला क्षेत्र में पानी के वेग के साथ दो कारें बह गई। जलजोग, बारहवी रोड़, खतरनाक पुलिया, पावटा, मंडोर, जिला कलेक्ट्रेट, नेहरु पार्क आदि क्षेत्रों में सड़कों पर दो-दो फिट पानी भर गया। एक घंटे में करीब 28.8mm पानी बरसा। कल देर रात तक करीब 43.6mm बरसात नापी गई। मानसून के आने के बाद से अब तक कुल 143mm बारिश हो चुकी है।
जोधपुर के निचले इलाकों में 4 फीट तक पानी भर गया। सड़क पर खड़े वाहन पूरी तरह पानी में डूब गए।
जोधपुर रेलवे स्टेशन में पानी भरने से यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। रेलवे ट्रैक पर इतना पानी भरा था कि ट्रैक नजर नहीं आए। प्लेटफॉर्म और स्टेशन के बाहर भी जलभराव से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। इधर राइकाबाग बस स्टैंड में भी पानी भर गया।
जोधपुर शहर में स्थित उम्मेद नहर में कई साल बाद पानी आया है। स्थानीय लोगों का कहना है नहर में दस साल में पहली बार पानी आया है।