प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी के बावेरिया की वादियों में स्थित श्लॉस एल्माऊ पैलेस में G-7 समिट में हिस्सा लेंगे। मोदी मुख्य रूप से G-7 के दो सेशन में हिस्सा लेंगे। शिखर सम्मेलन में क्लाइमेट, एनर्जी, हेल्थ और फूड सिक्योरिटी एंड जेंडर इक्वालिटी है, जिस पर सबसे ज्यादा फोकस होगा। इसके अलावा यूक्रेन-रूस जंग, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति पर भारत के स्टैंड पर भी चर्चा में शामिल होंगे। इसके बाद वे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का भी दौरा करेंगे।
इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 के 48वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी के म्यूनिख पहुंचे थे। वहां उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। मोदी ने कहा था- आज 26 जून है जो डेमोक्रेसी के लिहाज से अहम है। आज से 47 साल पहले इसी समय उस डेमोक्रेसी को बंधक बनाने उसे कुचलने का प्रयास किया गया था। इसी दिन डेमोक्रेसी पर इमरजेंसी लगाई गई थी। इसके बाद लोकतंत्र की जीत हुई। भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से दिया।
भारतीय समुदाय को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडेज से मुलाकात की।
आज भारत के हर गांव में बिजली: PM
आज भारत का हर गांव खुले में शौच से मुक्त है। हर गांव में बिजली है। 99 फीसदी लोगों के पास क्लीन कुकिंग के लिए गैस है। हर परिवार बैंकिंग से जुड़ा है। हर गरीब को पांच लाख रुपए के इलाज की सुविधा उपलब्ध है। भारत में हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बन रहा है। हर महीने एवरेज 5 हजार पैट्रन फाइल होते हैं। यह लिस्ट बहुत लंबी है। मैं बोलता जाऊंगा तो आपके डिनर का टाइम हो जाएगा।
जर्मनी में मोदी का जोरदार स्वागत
इसके पहले, इस दौरान वहां मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसी दौरान एक भारतीय से शादी करने वाली जर्मन लड़की ने पति के साथ मोदी के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। इस लड़की ने प्रधानमंत्री से हिंदी में पूछा- आप कैसे हैं? फिर गुजराती में पूछा- केम छो (आप कैसे हैं)। मोदी इस अंदाज पर खुश नजर आए। उन्होंने इस लड़की से कहा- आपने हिंदी भी सीख ली।
जर्मनी के म्यूनिख एयरपोर्ट पर एक बवेरियन बैंड ने PM मोदी का स्वागत किया। इस दौरान जर्मनी का पारंपरिक संगीत गूंजता रहा।
मोदी ने म्यूनिख होटल में उनका स्वागत करने के लिए एकत्र हुए भारतीय प्रवासी सदस्यों के बीच बच्चों से भी घुल मिलकर बातचीत की।
समिट जिस होटल में, वह AC नहीं
समिट सुदूर दक्षिण में ऑस्ट्रिया की सीमा पर बावेरिया की वादियों में स्थित श्लॉस एल्माऊ पैलेस में होगी।
जिस होटल में सम्मेलन होने वाला है, उसमें एयरकंडीशनर नहीं है। पैलेस में ईको फ्रेंडली कूलिंग सिस्टम है, जहां 8 डिग्री सेल्सियस तापमान मेंटेन किया जाता है। यह होटल 2015 में भी जी-7 की मेजबानी कर चुका है। मेजबानी के लिए 47 प्रेसिडेंशियल सुइट्स हैं, जो मुख्य होटल से अलग हैं। इसे रिट्रीट नाम दिया गया है। जर्मनी से 27 जून को PM UAE के लिए रवाना होंगे।
सात देशों का समूह है G-7
G-7 समूह दुनिया के सात सबसे अमीर देशों का समूह है, जिसकी अध्यक्षता अभी जर्मनी कर रहा है। इस समूह में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल है। इसमें अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है।
इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू सहित कई अन्य शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं।