मध्यप्रदेश के मंदसौर में इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाने वाले शख्स को फिर मुसलमान बनने का ऑफर दिया जा रहा है। उससे कहा जा रहा है कि वापस मोमिन बन जाओ। हर मुसलमान आपके लिए जान देने तैयार है। आपको हिन्दू धर्म में इसलिए शामिल किया गया है, ताकि वे मुस्लिमों को नीचा दिखा सकें। दैनिक भास्कर के पास उस फोन की रिकॉर्डिंग भी है, जिसमें एक युवती उस शख्स को दोबारा इस्लाम कबूल करने के लिए अल्लाह का वास्ता दे रही है।
खबर आगे पढ़ने से पहले आप इस पोल पर राय दे सकते हैं...
मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में 27 मई को शेख जफर सनातनी हो गए थे। बाकायदा गोबर और गोमूत्र से स्नान के बाद जफर ने सनातन धर्म अपनाया था। जफर का नाम बदलकर चेतन सिंह राजपूत हो गया था। उन्होंने कहा कि तीन पीढ़ी पहले वे राजपूत से मुस्लिम हुए थे, इसलिए दोबारा अब राजपूत ही होना चाहते हैं। पढ़ें पूरी खबर...
बाद में भास्कर की पड़ताल में पता चला था कि 18 लोगों ने गरीबी की वजह से सनातन धर्म अपनाया। पढ़ें पूरी खबर...
दैनिक भास्कर ने मंदसौर पहुंचकर चेतन सिंह राजपूत से बात की। चेतन ने बताया कि उन्हें दोबारा इस्लाम में शामिल होने के लिए कई फोन आए। चेतन के मुताबिक उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को भी दी है। हालांकि, मंदसौर SP अनुराग सुजानिया से जब हमने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत सीधे उन तक नहीं पहुंची है।
महामंडलेश्वर ने संपन्न करवाई धर्म परिवर्तन की विधि। (फाइल फोटो)
ऐसा काफिर मैं हर जन्म में बनने के लिए तैयार हूं: चेतन
चेतन सिंह ने भास्कर को बताया- 'उस लड़की ने मुझे अल्लाह का वास्ता दिया। कहा कि भाई आप काफिरों के बीच कैसे जा सकते हो? मैंने कहा कि जब मैं तुम लोगों के बीच था तब भी न तो तुम मुझे शादी-ब्याह में बुलाते थे न किसी आयोजन में। तुम उस समय भी मुझे काफिर बोलते थे। अब जब मैं पूरी तरह हो गया हूं तो ऐसा काफिर मैं हर जन्म में बनने के लिए तैयार हूं।'
उन्होंने आगे कहा- 'उसने मुझसे कहा कि भाई जहन्नुम की आग से डरो। मैंने कहा कि तुमने देखा है क्या जहन्नुम? मैंने उसकी काफी बातें सुनीं, लेकिन बाद में मैंने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। जो लोग उसके पीछे थे, मैं उनके नाम जानना चाहता था। जिनके ऊपर मुझे शक था, वही नाम सामने आए।'
बिखरे हुए हिन्दुओं को संगठित करूंगा
चेतन ने कहा, 'अब मैं पूरी तरह राष्ट्र और सनातन धर्म को समर्पित हूं। आगे भी संतों के सान्निध्य में देश की सेवा करूंगा। आज हिंदू बिखरा हुआ है। जो दौर चल रहा है, उसमें उन्हें संगठित करना ही मेरा अगला लक्ष्य है।'
जिन्हें मैं छोड़कर आया वे रिएक्ट कर सकते हैं
चेतन कहते हैं, 'मेरी पत्नी हिन्दू है। मेरा प्रेम विवाह है। पत्नी के मन में डर है कि जिन लोगों को मैं छोड़कर आया हूं, वे हमारे साथ कुछ भी कर सकते हैं। यही वजह है कि मेरी पत्नी सामने नहीं आना चाहती। मेरी पत्नी के रिश्तेदारों ने भी मेरे फैसले का स्वागत किया है। बुरा सिर्फ उनको लगा है, जिन्हें छोड़कर आए हैं। उन्हें बुरा लगना स्वभाविक है।'
पूजा पाठ करते हुए चेतन सिंह राजपूत। (फाइल फोटो)
पढ़िए फोन पर हुई बात के कुछ अंश...
युवती: मैंने सबसे बात कर ली है, तुम बोलो कब मिलवाऊं। शहर काजी से बात कर ली है। मुस्लिम महासभा, अंजुमन और युवाओं से... सबसे बात कर ली है।
चेतन: मैं वापस कैसे आ सकता हूं? जीना हराम हो जाएगा मेरा।
युवती: जीना तो वैसे ही हराम कर रखा है। शक की नजर से देखा जा रहा है अभी भी। बहुत सुना मेरे चांद कि ये राज लेने आए हैं...
चेतन: कौन देख रहा है शक की नजर से?
युवती: बहुत देख रहे हैं कि ये तो राज लेने आए हैं। आप तो अपने मजहब में लौट आइए। जन्नती बन जाओ। अल्लाह ने आपको पसंद किया है। आप अल्लाह को बहुत प्यारे हो। तभी तो आपको नहीं जाने दे रहा है, अल्लाह पाक।
तुम मत डरो किसी से। ये लोग तो मौका परस्त हैं। इनको कुछ नहीं। अभी ये तो हिन्दू-मुसलमान चल रहा था, इस वजह से इन्होंने आपको तवज्जो दी है मेरे भाई। ताकि हमें नीचा दिखाया जा सके।
तुम्हें मम्मी-पापा की कसम, एक बार मुझसे मिल लो। ज्यादा दिन हो जाएंगे तो लौटना वैसे ही मुश्किल होगा। मैं आपको कई बातें बताने वाली हूं। मुझे पता है कि सबसे अच्छा मजहब, सबसे सच्चा मजहब इस्लाम है, इसलिए मैं आपको लाना चाहती हूं वापस।
ये लोग जो तुम्हारे पीछे खड़े हैं, ये बाद में नहीं पूछने वाले हैं। मुझे पता है ये कैसे लोग हैं। अपन को चुन-चुनके काटा जाएगा। चुन-चुनकर मारा जाएगा।