खेलों में जन्म का फर्जीवाड़ा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले स्टेट स्वीमिंग में एक खिलाड़ी के 3-3 जन्मप्रमाण पत्र पकड़ में आए थे। अब ऐसा ही एक फर्जीवाड़ा राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के रिकॉर्ड में देखने को मिला है। आरसीए ने सोमवार को ही भरतपुर की अंडर-19 की टीम घोषित की थी। इनमें दो खिलाड़ी हैं जिनके न केवल नाम बदल गए बल्कि जन्म प्रमाणपत्र भी दो-दो सामने आए हैं। इनमें एक खिलाड़ी का नाम जीतेश हैं जबकि दूसरे का राहुल फौजदार। इनके माता-पिता के नाम, जन्म तिथि कुछ नहीं बदला लेकिन बेटों के नाम के साथ-साथ जन्मतिथि भी बदल गए। राहुल सिंह राहुल फौजदार हो गया तो जीतेश सिंह हो गया जीतेश नोस। ये तो सिर्फ दो केस हैं। ऐसा कई और केस भी आरसीए के रिकॉर्ड में ही मिल सकते हैं।
अगर इस तरह का फर्जीवाड़ा किसी खिलाड़ी ने किया है तो हम इन्हें तुरंत बर्खास्त करेंगे। - महेन्द्र शर्मा, आरसीए सचिव
पिछले तीन साल से आरसीए टीम सलेक्ट कर रही है। जब जिला टीम सलेक्ट करता था तब बच्चों से एफिडेविट लेता था। - शत्रुघ्न तिवारी, सचिव, भरतपुर (न्यायालय से स्टे)
केस-1 : जीतेश की 14-4-2001 और 12-12-2003 जन्मतिथि
जीतेश के आरसीए के रिकॉर्ड में भी दो-दो जन्म प्रमाणपत्र हैं फिर भी ऐसे फर्जी खिलाड़ी का चयन भरतपुर की अंडर-19 टीम में हो गया। आरसीए के एक प्रमाणपत्र में जीतेश की जन्मतिथि 12-12-2003 है जबकि दूसरे में 14-4-2001 है। ये दोनों रिकॉर्ड आरसीए में दर्ज हैं। बर्थ सर्टीफिकेट में 2003 और आधार में 2001 की जन्मतिथि अंकित है।
केस-2 : राहुल की 10-11-2201 और 10-11-2003 जन्मतिथि
राहुल फौजदार भी कभी अलग जन्मप्रमाणपत्र के साथ राहुल सिंह हो जाता है। इसके आरसीए में रिकॉर्ड एक जन्म प्रमाणपत्र में उम्र 10-11-2001 है जबकि दूसरे में 10-11-2003 है। इनकी पढ़ाई के रिकॉर्ड भी अलग हैं। कभी ये आगरा में पढ़े हैं तो कभी भरतपुर के किसी स्कूल में। दो-दो जन्म प्रमाणपत्र भी इनके बने हैं। मूल निवास प्रमाणपत्र तहसीलदार से बनवाए हैं।