बाड़मेर में गुरुवार को कुएं पर काम करते समय युवक अचानक मिट्टी में दब गया। वह 150 फीट गहरे कुएं में दब गया था। प्रशासनिक अधिकारियों और रेस्क्यू टीम ने उस युवक को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। करीब 12 घंटे बाद रात करीब 12:30 बजे आदम को जिंदा निकाल लिया गया। इसके बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही है।
हादसा जिले के खुमे की बेरी गांव का है। यहां पूर्व उप सरपंच महेशाराम के घर 5 साल से बंद कुएं की खुदाई का काम चल रहा था। 4 दिन से कुएं की गहराई बढ़ाने का काम चल रहा था। मजदूरों ने तीन फरमे बांधे थे, लेकिन जब खुदाई शुरू की तो तीनों फरमे ढह गए। तभी आदम खां पुत्र जानू खां निवासी अमीसा की बस्ती कुएं में अंदर ही दब गया। वरियाम खां पुत्र जानू खां व अलीशेर खां पुत्र इबराम खां कुएं के बाहर होने से बच गए। बताया जा रहा है कि यह कुआं 1944 में खोदा गया था। इससे काफी समय तक सिंचाई की, लेकिन पांच साल से बंद था।
देशी जुगाड़ से रेत को खिसकने से रोका
130 गहरे खोदे कुएं से रेत भी खिसक रही थी। इसे रोकने के लिए लोगों ने कुंए के चारों तरफ से लोहे का पतरा लगा दिया था। फिर भी तीनों फरमों का मलबा व उसके आसपास की रेत नीचे गिरने से आदम खान उसी में दब गया। उसका एक पैर सीमेंट के मलबे में फंसा था। रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन, सेना, बीएसएफ, सिविल डिफेंस, जोधपुर एसडीआरएफ टीम व स्थानीय लोगों ने देशी जुगाड़ करके आदम को सुरक्षित बाहर निकाल दिया।
युवक के कुएं में गिरने की सूचना के बाद ही स्थानीय लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था।
बीएसएफ को बुलाया, देर रात तक चला बचाव कार्य
कलेक्टर लोक बंधु ने तत्काल मदद के लिए बीएसएफ को अलर्ट किया। जिला प्रशासन की टीमों के अलावा बीएसएफ की एक टुकड़ी रेस्क्यू के लिए पहुंची। बीएसएफ जवान रस्सी के सहारे कुएं में उतरे और दबे मजदूर का बचाव शुरू किया। उसे ऑक्सीजन सप्लाई भी दी गई।
जोधपुर एसडीआरएफ की टीम भी पहुंची
जोधपुर से एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर बुलाई गई। अलग-अलग टीमों के जवान इस चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू में जुटे। रेत खिसकने से खतरा कम नहीं था। ऐसे में रात 9 बजे एक लोहे का नया फरमा तैयार किया गया। इसके बाद रेत हटाने का काम शुरू किया। रात 10 बजे तक आदम के कमर के ऊपर तक रेत हटा दी गई थी। फिर उसे पानी व खाने की चीजें दी गईं। राहत और बचाव में एसपी दीपक भार्गव, एडीएम उम्मेदसिंह रतनु, सीएमएचओ डॉ. बाबूलाल विश्नोई, धोरीमन्ना एसडीएम, थानाधिकारी शामिल थे। पटवारी मगाराम चौधरी, दूधू सरपंच लक्ष्मणराम चौधरी, खुमे की बेरी गोमाराम सारण भी मौजूद रहे।
देर रात 12:30 बजे आदम को जिंदा बाहर निकाला गया। डॉक्टर्स की टीम ने उसे बाड़मेर के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में रेफर किया।