प्रदेश का जयपुर के सुभाष नगर स्थित आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज में बीडीएस और एमडीएस कोर्स के बाद अब डेंटल मैकेनिक, हाइजेनिस्ट और ऑपरेटिंग रूम असिस्टेंट भी तैयार करेगा। सरकारी स्तर पर पहला संस्थान होगा। तीन तरह के कोर्सेज की तैयारियां प्रारंभ कर दी है। डेंटल कॉलेज को न केवल मेनपावर मिलेगा बल्कि दांतो से संबंधित बीमारी से पीड़ित मरीजों को क्वालिटी से युक्त इलाज मिल सकेगा। डेंटल चेयर्स के साथ ही इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को समय ठीक करना आसान होगा। सत्र 2023-24 से विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा। मौजूदा स्थिति में इन कोर्सेज के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेनपावर और उपकरण उपलब्ध है। ये ही नहीं आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज में बीडीएस की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 करने की योजना प्रस्तावित है, जिससे सरकारी स्तर पर बीडीएस में 100 सीटों पर प्रवेश मिल सकेगा। इससे विद्यार्थियों को राज्य के बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
- आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) नई दिल्ली को संचालित किए जाने वाले नए कोर्सेज के लिए पहले आवेदन किया जाएगा। इसके बाद में निरीक्षण और निर्धारित मापदंडों पर खरा उतरने पर अनुमति मिलेगी।
कम फीस में इन कोर्स में पढ़ाई कर सकेंगे स्टूडेंट्स
- सरकारी संस्थान में कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को राज्य के बाहर नहीं जाना पड़ेगा। और निजी की तुलना में कम फीस में अध्ययन कर सकेंगे।
- डेंटल मैकेनिक का काम डेंटल चेयर्स और प्रोस्थेटिक वर्क। हाइजेनिस्ट का मुंह के अंदर होने वाली बीमारियों को रोकना व स्केलिंग करना। ऑपरेटिंग रूम असिस्टेंट का स्टर्लाइजेशन और औजारों की देखभाल समेत ओटी से संबंधित काम।
- राजस्थान स्टेट डेंटल काउंसिल में 123 डेंटल हाइजेनिस्ट और 55 डेंटल मैकेनिक पंजीकृत।
(भास्कर एक्सपर्ट पैनल : डॉ.विनय कुमार व डॉ. संकल्प मित्तल)
तीन नए डेंटल डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ किया जाना प्रस्तावित है। डेंटल मेकेनिक, हाइजेनिस्ट और ऑपरेटिंग रुम असिस्टेंट के लिए डीसीआई नई दिल्ली से अनुमति मिलने पर तीनों में 20-20 सीटों पर प्रवेश मिल सकेगा। सरकारी स्तर पर पहला संस्थान है, जहां इस तरह के कोर्सेज की तैयारी चल रही है। - डॉ. सुधीर भंडारी, कुलपति, आरयूएचएस