बिजली कंपनी के इंजीनियर पर हमले के आरोप में कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के सरेंडर के बाद अब नया विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस विपधायक दिव्या मदेरणा अब मलिंगा के समर्थन में उतर आई हैं। दिव्या ने मलिंगा के डीजीपी पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग उठाते हुए तंज कसा है। सत्ताधारी पार्टी की विधायक के डीजीपी पर सवाल उठाने के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
गिर्राज सिंह मलिंगा ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस करके डीजीपी पर व्यक्तिगत दुश्मनी रखने के आरोप लगाए थे। अब दिव्या मदेरणा ने उन आरापों की बात को फिर उठाया है। दिव्या मदेरणा ने ट्वीट किया- विधायक मलिंगा ने कहा था डीजीपी व्यक्तिगत दुश्मनी रखते हैं मुझसे; डीजीपी बोले-गिरफ्तारी के डर से आरोप लगा रहे। बाड़ी विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने दिखाई नैतिकता,सरेंडर किया।गिरफ़्तारी से डरे नहीं।लेकिन अब डीजीपी पर लगाए आरोपों की जांच भी बनती है। उनकी जांच कौन करेगा?
दिव्या मदेरणा इससे पहले महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर लगे रेप के आरोपों पर भी डीजीपी और राजस्थान पुलिस को घेर चुकी हैं। दिव्या मदेरणा ने तीन दिन पहले ही ट्वीट कर महेश जोशी के बेटे के खिलाफ राजस्थान में एफआईआर नहीं होने पर सवाल उठाए थे। दिव्या ने लिखा था- मेरा पुलिस प्रशासन से गंभीर प्रश्न है कि यह FIR राजस्थान पुलिस ने क्यों नहीं दर्ज की? DGP को FIR दर्ज करने से मना करने वाले थानेदार के खिलाफ तत्काल विभागीय जांच के आदेश देने चाहिए। DGP और राजस्थान पुलिस को पीड़िता व उसके परिवार को उनके राजस्थान के पैतृक निवास पर सुरक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए। हमारी सरकार बहुत संवेदनशील है, लेकिन पुलिस को त्वरित एक्शन लेना चाहिए। इस केस ने राजस्थान पुलिस की कार्य शैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिव्या मदरेणा के हमलावर रुख के सियासी मायने
दिव्या मदेरणा ने डीजीपी पर सवाल उठाकर अपनी ही सरकार के कामकाज की शैली पर सवाल उठा दिए हैं। पहले रेप केस की एफआईआर नहीं करने पर और अब गिर्राज सिंह मलिंगा के सरेंडर पर उनके डीजीपी पर लगाए आरोपों का समर्थन करके नई बहस छेड़ दी है। दिव्या मदेरणा मारवाड़ के ताकत सियासी परिवार से संबंध रखती हैं, ऐसे में उनका बेबाक होकर सरकार के कामकाज पर सवाल उठाना भविष्य की सियासी संभावनाओं कासे बल देता है। कांग्रेस के कई विधायक अफसरशाही के हावी होने का आरापे लगा चुके हैं; अब दिव्या मदेरणा ने डीजीपी पर लगे आरोपों की जांच का मुद्दा उठाकर उन आरोपों को फिर हवा दे दी है।
मलिंगा का पक्ष लेने पर कई यूजर्स ने उठाए सवाल
दिव्या मदेरणा के गिर्राज सिंह मलिंगा के डीजीपी पर लगाए आरोंप की जांच को लेकर सवाल उठाने पर ट्वीटर पर कई यूजर्स ने सवाल उठाए। यूजर्स ने इस पर तीखे कमेंट किए हैं। मुकेश जाट ने लिखा- सरकारी कर्मचारी को मारना, हाथ पैर तोड़ना और फिर गिरफ्तारी से डरना,फिर दूसरे पर आरोप लगाना और फिर चुपके से सब सेट करके इतने दिन बाद सरेंडर करना ये कहां की नैतिकता है मैडम? इस जगह कोई आम व्यक्ति होता तो कब का जेल में होता। अपराध करके नैतिकता यह कहां की गणित है मैडम ?
अमीय पात्रा ने लिखा- मुझे लगता है कि आप जानबूझकर पार्टी के खिलाफ जा रहे हैं। हो सकता है कि आपके और राज्य के नेताओं के साथ कुछ समस्या हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी सरकार को खुलेआम गाली दे रहे हैं।
जागृति महर्षि ने लिखा- नैतिकता दिखाने ने में 45 दिन कैसे लग गए ये भी बता दीजिये ? और कबूलनामा भी आ गया न की हड्डियां तो तोड़ी ही है। साथ ही मुख्यमंत्री पर आरोप भी लगा दिए कि उनके कहने पर किया सरेंडर। नार्को टेस्ट, ब्रेनमेपिंग, पॉलीग्राफी क्यों नही करवा लेते और नैतिकता दिखाने के लिए।