अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने को-एजुकेशन सिस्टम को पूरी तरह से बदल दिया है। काबुल यूनिवर्सिटी और पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी में लड़के और लड़कियों की एजुकेशन अब अलग-अलग दिनों पर होगी। हफ्ते में तीन दिन लड़कों और इतने ही दिन लड़कियों की क्लासेज लगेंगी।
तालिबान का यह फैसला हैरान करने वाला नहीं है, क्योंकि उसने पहले ही साफ कर दिया था कि वो को-एजुकेशन सिस्टम को इस्लाम और शरिया कानून के खिलाफ मानते हैं।
सरकार ने क्या कहा
अफगानिस्तान की मिनिस्ट्री ऑफ हायर एजुकेशन के मुताबिक- हफ्ते के तीन दिन कॉलेज कैंपस में सिर्फ लड़कियां पढ़ने जाएंगी। इस दौरान लड़कों की कोई क्लास इस कैंपस में नहीं लगेगी। अगले तीन दिन लड़कों की क्लासेज के लिए रिजर्व रहेंगे। इस दौरान लड़कियों की मौजूदगी कैंपस में नहीं रहेगी।
इसके पहले, दिसंबर में तालिबान ने एक सर्कुलर जारी किया था। इसमें कहा गया था कि यूनिवर्सिटीज में लड़कों और लड़कियों की क्लासेज साथ लगाई जा सकती हैं, लेकिन इनके बीच एक मोटे पर्दे के जरिए पार्टिशन किया जाएगा। हालांकि, बाद में यह सर्कुलर वापस ले लिया गया था।
तालिबान हुकूमत ने अगस्त में आते ही को-एजुकेशन सिस्टम को खत्म कर दिया था। (फाइल)
मई से लागू होगा नया टाइमटेबल
फिलहाल, ये टाइमटेबल अभी सिर्फ दो यूनिवर्सिटीज के लिए ही लाया गया है। इसे अगले महीने यानी मई से लागू कर दिया जाएगा। तालिबान ने अगस्त 2021 में आते ही को-एजुकेशन सिस्टम को खत्म कर दिया था। इस टाइमटेबल के आने से पहले लड़कियों को सुबह की शिफ्ट में क्लास लेने की मंजूरी दी गई थी। लड़कों को शाम की शिफ्ट में क्लासेस अटेंड करने को कहा गया था। ये टाइमटेबल ऐसे वक्त आया है, जब पूरे अफगानिस्तान में लड़कियों के सेकेंडरी स्कूल दोबारा खुलने वाले हैं।
स्कूल में छात्राओं की एंट्री पर अपनी बात से पलटा था तालिबान
अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था। उन्होंने सबसे पहले एजुकेशन सिस्टम में बदलाव करने शुरू किए। पहले तालिबान ने प्राइमरी स्कूल में बच्चियों के जाने पर पाबंदी नहीं लगाई थी। हालांकि, इसी दौरान सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के स्कूल जाने पर रोक लगा दी गई थी।
कुछ समय पहले तालिबान ने सेकेंडरी स्कूल फिर खोलने की भी इजाजत दे दी थी। मगर एक बार फिर उसने अपने ही फैसले को पलट दिया और लड़कियों के स्कूल जाने पर फिर पाबंदी लगा दी।
काबुल में हुआ था प्रदर्शन
अफगान छात्राओं ने 26 मार्च को काबुल में शिक्षा मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन किया था।
महिलाओं की शिक्षा बंद करने के फैसले से नाराज छात्राओं ने 26 मार्च को काबुल में शिक्षा मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन किया था। उनके हाथ में कुछ प्लेकार्ड्स थे। इन तख्तियों पर “शिक्षा हमारा हक” और लड़कियों के लिए “शिक्षा के दरवाजे खोलो” जैसे नारे लिखे थे। प्रदर्शन के दौरान तालिबान मौजूद थे, लेकिन प्रदर्शन में शामिल महिलाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। खास बात यह है कि इसके पहले तालिबान के खिलाफ होने वाले सभी प्रदर्शनों को रोक दिया जाता था।