पश्चिम बंगाल के नदिया में एक 14 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप के बाद उसकी मौत हो गई है। लड़की के परिवार ने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक पंचायत सदस्य के बेटे को जिम्मेदार ठहराया है। TMC नेता के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर परिवार के गैंगरेप के दावे पर ही सवाल खड़े कर दिए।
ममता ने कहा, 'आपको कैसे पता कि उसके साथ रेप हुआ, क्या वो प्रेग्नेंट थी, या लव अफेयर का मामला था या फिर वह बीमार थी।' उन्होंने कहा कि अगर कपल रिलेशनशिप में है तो हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं, यह यूपी नहीं है कि मैं लव जिहाद के नाम पर ऐसा कर सकती हूं।
ममता ने केस की जिम्मेदारी बाल आयोग को सौंपी
सीएम ने कहा, 'लड़की की मौत 5 तारीख को हुई और पुलिस को 10 तारीख को पता चला। अगर 5 अप्रैल को उसकी मौत हुई और अगर शिकायत है तो वे घटना वाले दिन पुलिस के पास क्यों नहीं गए? उन्होंने शव का अंतिम संस्कार किया। पुलिस को सबूत कहां से मिलेगा?' मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बाल आयोग इस केस में रेप और हत्या की जाँच करेगा।
ममता ने कहा कि मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है और राजनीतिक रंग की परवाह किए बिना गिरफ्तारी की है।
सीबीआई जांच की मांग पर सीएम ने उठाए सवाल
लड़की के परिवार वालों ने सोमवार को कोलकाता हाईकोर्ट से अपील की है कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। इसपर ममता ने आपत्ति जताई। ममता ने कहा कि दिल्ली, यूपी, राजस्थान, असम और बिहार में जो हत्याएं होती हैं उनमें से कितने मामलों में सीबीआई जांच करती है? कितने नेता गिरफ्तार हुए? ममता ने आगे कहा, 'हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर कितनी साजिशें रचते हैं। ये मत सोचिए कि हम कमजोर हैं।'
परिवार ने TMC नेता के बेटे को जिम्मेदार ठहराया
परिवार वालों ने बताया कि उसकी बेटी 9वीं क्लास की छात्रा थी। परिवार के मुताबिक, लड़की सोमवार (4 अप्रैल) को आरोपित के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए उसके घर गई थी, लेकिन वह बीमार हालत में घर लौटी। परिवार वालों ने बताया कि उसकी बेटी का बहुत खून बह रहा था, पेट में तेज दर्द हो रहा था, और इससे पहले कि हम उसे अस्पताल ले जाते, उसकी मौत हो गई। उनलोगों का दावा है कि आरोपित और उसके दोस्तों ने लड़की के साथ गैंगरेप किया। परिवार वालों के मुताबिक, TMC नेता का 21 साल का बेटा ब्रज गोपाल गोला इस मामले में मुख्य आरोपी है।
TMC नेता के दबाव में बच्ची का अंतिम संस्कार
घटना के चार दिन बाद शनिवार (9 अप्रैल) को बच्ची के परिवार वालों ने हांसखली थाने में आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि स्थानीय TMC नेता के दबाव में आकर पुलिस ने लड़की का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए बिना जबरन उसका अंतिम संस्कार किया गया।