पाली में जितेन्द्र मेघवाल की हत्या का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के दौरे के बाद आज 35 कौम के लोगों ने रैली निकाली। लोगों का कहना था कि, पुलिस-प्रशासन की समझाइश के बाद माहौल शांत हो गया था। इसके बाद भी चंद्रशेखर अपने हजारों समर्थकों के साथ 22 मार्च को बारवा आया था। पुलिस की मौजूदगी में जुलूस निकालकर होर्डिंग, पोस्टर फाड़े गए। भीम आर्मी चीफ ने भड़काऊ भाषण देकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की।
35 कौम संघर्ष समिति सहित सैंकड़ों लोगों ने जितेन्द्र मेघवाल की हत्या को निंदनीय बताया। SDM धानगुडे स्नेहल नाना को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर चंद्रशेखर, सतपाल तंवर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने व कलेक्टर नमित मेहता को तुरंत हटाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। रैली के दौरान ASP बाली ब्रिजेश सोनी, CO बाली अचल सिंह, बाली SHO देवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस जाप्ता तैनात रहा।
35 कौम संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी के नेतृत्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए लोग।
लोग बोले, कलेक्टर ने चंद्रशेखर को आने की इजाजत क्यों दी
बाली के किला मैदान में समिति के सदस्यों ने सभा की। सदस्यों ने कहा कि 22 मार्च को चंद्रशेखर के बारवा आने से क्षेत्र सामाजिक सौहार्द बिगड़ा है। कलेक्टर नमित मेहता को यूपी से बारवा आने की इजाजत नहीं देनी चाहिए थी। चंद्रशेखर हजारों समर्थकों के साथ बाली आया था। 35 कौम संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयेन्द्र सिंह गलथनी ने कहा कि चंद्रशेखर के साथ काफिले में शामिल युवाओं ने तोड़-फोड़ की, पोस्टर फाड़े। क्षेत्र का सामाजिक सौहार्द बिगड़ा। उनके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। 35 कौम संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयेन्द्र सिंह गलथनी, अध्यक्ष जयेंद्र सिंह गलथनी, एडवोकेट हीरसिंह राजपुरोहित मादा, उमाशंकर मूंदड़ा, नाहरसिंह जोधा, एडवोकेट हेमलता खंडेलवाल, रघुनाथ सिंह राजपुरोहित, देवेंद्र दवे भाटूंद, सवाराम देवासी बोया, पूर्व सरपंच खीमाराम घांची लुणावा, अन्नाराम बिसलपुर, प्रकाशसिंह राजपुरोहित पावा, नरेंद्र सिंह, कानाराम सीरवी, जयवर्धन राकांवात आदि ने संबोधित किया।
सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
समिति के सदस्य रैली के रूप में एसडीएम ऑफिस नारेबाजी करते हुए पहुंचे। एसडीएम बाली को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। शांति व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए चंद्रेशखर व उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करने व कलेक्टर को तुरंत हटाने की मांग की।