अजमेर जिले में चलाए गए दो दिवसीय ई-वेस्ट संग्रहण अभियान में 138 टन से अधिक ई-वेस्ट एकत्रित कर पर्यावरण स्वच्छता का संदेश दिया। इसके लिए ई-वेस्ट का एक करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान भी किया गया।
प्रदूषण नियंत्राण बोर्ड के क्षेत्राीय अधिकारी दीपक तंवर ने बताया कि राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्राण मण्डल एवं गोदरेज इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में चलाए गए दो दिवसीय ई-वेस्ट संग्रहण अभियान का शुक्रवार को समापन किया गया। इस अभियान का शुभारम्भ जिला कलेक्टर अंश दीप द्वारा किया गया था। इस अभियान में 138.72 टन ई-वेस्ट संग्रहित कर पर्यावरण स्वच्छता को बढ़ावा दिया गया। ई-वेस्ट का एक करोड़ 4 लाख 12 हजार 537 रूपए का भुगतान किया गया।
अभियान के दौरान शहर में जगह-जगह कियोस्क स्थापित कर आम जन को ई-वेस्ट के बारे में जानकारी प्रदान की गई थी। शहर में ई-वेस्ट से संबंधित जानकारी का प्रचार-प्रसार किया गया। पर्यावरण की स्वच्छता के लिए समस्त संस्थानों एवं शहरवासियों से ई-वेस्ट के उचित निस्तारण के लिए अधिकृत रिसाइक्लर को ही देने की अपील की गई।
ई-वेस्ट के साथ स्टूडेन्ट।
बढ़ी लोगों में जागरूकता
शहर के विद्यालयों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक ईकाईयों एवं आवासीय क्षेत्रों में मोबाईल वैन के माध्यम से 3 एवं 4 मार्च को ई-वेस्ट एकत्रित किया गया। शिक्षण संस्थानों में अधिकतम ई-वेस्ट मेयो कॉलेज द्वारा लगभग 1430 किलोग्राम दिया गया। इसके अतिरिक्त सेंट एंसलम, सोफिया कॉलेज, स्टीफन स्कूल आदि द्वारा भी ई-वेस्ट संग्रहण में अहम भूमिका निभाई गई।
विद्यालय व आवासीय क्षेत्रों से 23.64 टन ई-वेस्ट एकत्रित कर 6 लाख 45 हजार 239 रूपए तथा औद्योगिक ईकाईयों से 115.08 टन ई-वेस्ट एकत्रित कर 97 लाख 67 हजार 298 रूपए का भुगतान किया गया। गौरतलब है कि इससे पूर्व चलाए गए अभियान में 77 टन ई-वेस्ट एकत्रित किया गया था। इस बार 138.72 टन ई-वेस्ट एकत्रित किया। यह अजमेर शहर के शिक्षण संस्थानों एवं अन्य जनसाधारण की पर्यावरण के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।