राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 3 मार्च से शुरू होगी। इस साल 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 20 लाख से ज्यादा स्टूडेंट शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए दैनिक भास्कर ऐप पर खास सीरीज शुरू हो रही है। जिसमें सभी सब्जेक्ट के एक्सपर्ट टीचर एग्जाम का नया पैटर्न समझाएंगे। सब्जेक्ट वाइज तैयारी कैसे करनी है। बोर्ड के नए पैटर्न पर आधारित मॉडल टेस्ट पेपर भी रोज पब्लिश किए जाएंगे। ताकि स्टूडेंट पैटर्न को समझकर एग्जाम में अच्छी स्कोरिंग कर सकें।
सिलेबस में 30% की कटौती
कोविड गाइडलाइन और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए ये परीक्षाएं ऑफलाइन ही होगी। एग्जाम के लिए 6074 परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे। कोरोना के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद रहे। इस वजह से बोर्ड ने परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। कम क्लासेज होने के कारण 10 वीं और 12वीं के सब्जेक्ट का सिलेबस इस बार 30 प्रतिशत कम किया गया है। बच्चों को कम सिलेबस पढ़कर परीक्षा देनी है। कोरोना के कारण लम्बे वक्त तक स्कूल नहीं खुलने और पढ़ाई में रुकावट की वजह से बोर्ड ने यह फैसला लिया है।
नम्बर वेटेज में 25% चेंज संभव
बोर्ड ने कहा है कि परीक्षा के प्रश्न पत्रों में सिलेबस में दिए गए यूनिट वाइज नम्बर और नम्बर वेटेज में 25 प्रतिशत तक डेविएशन या परिवर्तन हो सकता है। इसलिए उसी हिसाब से तैयारी रखें। सिलेबस में शामिल अध्याय या यूनिट का नाम और उनके नम्बर वेटेज की जानकारी बोर्ड ने दी है। साथ ही सिलेबस से हटाए गए लेसन की जानकारी अलग से दी है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए स्कूलों में रिसोर्सेज के हिसाब से प्रिंसिपल और एग्जामिनर अपने लेवल पर सिलेबस में 30 फीसदी कटौती करेंगे।
परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव
इस बार 10वीं और 12वीं दोनों बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है। बोर्ड के प्रश्न पत्रों में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (MCQ), वेरी शॉर्ट आंसर टाइप क्वेश्चन (VSAQ), शॉर्ट आंसर टाइप क्वेश्चन (SAQ) और निबन्धात्मक (ESSAY) सभी प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे।
स्कोरिंग और पासिंग परसेंटेज बढ़ेगा
जयपुर के बजाज नगर स्थित राजस्थान गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अनुराग शर्मा ने बताया कि राजस्थान बोर्ड ने 30 प्रतिशत सिलेबस में कमी की है। एग्जाम पैटर्न में भी बदलाव कर बहु-विकल्पात्मक प्रश्नों (MCQ) की संख्या बढ़ाई गई है। 10वीं में 3.15 घंटे की जगह 2.45 घंटे का पेपर होगा। इससे बच्चे ज्यादा नम्बर आसानी से ला सकते हैं।
बोर्ड एग्जाम देने वाले स्टूडेंट के लिए टिप्स
- बोर्ड एग्जाम को हौवे के रूप में न लें। परीक्षा में अभी समय है इसलिए अच्छे से तैयारी में जुट जाएं।
- पिछले पेपर्स में अच्छे नंबर नहीं आए हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं, अब तैयारी के साथ कवर करने का मौका है।
- कम समय में अधिकतम अपार्चुनिटी का इस्तेमाल कर कठिन सब्जेक्ट्स की पहले तैयारी करें।
- जिन सब्जेक्ट्स पर कमांड है उन पर बाद में भी समय दिया जा सकता है। पहले जिस सब्जेक्ट के चैप्टर को नहीं पढ़ा, उसे तैयार कर लें।
- पेपर में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाएंगे। इससे दो फायदे होंगे। एक तो उत्तर सही सटीक जाने पर स्कोरिंग 100 प्रतिशत हो जाएगी। दूसरा समय भी बचेगा।
- किसी भी स्टूडेंट को हताश होने की जरूरत नहीं है। उम्मीद है कि पासिंग परसेंटेज बढ़ेगा और रिजल्ट अच्छे आएंगे।
- गणित और साइंस ऐसे सब्जेक्ट हैं, जो तथ्य आधारित है। इसलिए इनके फैक्ट सही से याद करें।
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की किताबों में हर चैप्टर के पीछे कुछ ऑब्जेक्टिव प्रश्न होते हैं। सभी प्रश्नों को अच्छे से तैयार कर लें।
- अंग्रेजी, हिन्दी और थर्ड लैंग्वेज में ग्रामर की गलतियों पर सुधार करने की प्रैक्टिस करें। 12वीं के स्टूडेंट खासतौर पर ध्यान दें।
- 12वीं में हिस्ट्री और 10वीं में सामाजिक ज्ञान के लिए घटनाक्रमों और तारीखों को कड़ी से कड़ी जोड़कर चित्रों के माध्यम से याद करने की प्रैक्टिस करें।
- साइंस की तैयारी डायग्राम से ही करें। इससे हर प्रक्रिया समझने में आसानी रहती है। अगर एक बार डायग्राम याद कर लिए जाएं तो ये लंबे समय तक याद भी रहते हैं। परीक्षा में भी इनका काफी महत्व होता है।
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