स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बाद अब दिग्गज सिंगर बप्पी लहरी भी हमारे बीच नहीं रहे। मंगलवार (15 फरवरी) को 69 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन, उनकी आवाज, यादगार गाने और उनसे जुड़ी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी। अब लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोसले ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बप्पी लहरी से जुड़ी कई यादें शेयर की हैं। उन्होंने बताया कि अभी मैं दीदी का दसवां करके बाणगंगा से लौटी हूं। हम लोग तो बप्पी लहरी के अंतिम संस्कार में जा नहीं सकते, क्योंकि अभी दीदी का तेरहवां नहीं हुआ है। हिंदू धर्म के अनुसार अभी घर में सूतक है। लेकिन, मैं बप्पी दा के घर जाना चाहती हूं।
एक गाने वाली और एक म्यूजिक बनाने वाला, दोनों 10 दिन के अंदर चले गए
आशा भोसले ने बताया, "बप्पी को मैं मिलना चाहती थी। मैंने कई बार ड्राइवर से बोला भी कि चलो चलकर बप्पी दा से मिलते हैं। लेकिन, उसने कहा कि इस कोरोना काल में जाएंगे, तब अगर उनको कुछ हो गया, तब आपकी बदनामी हो जाएगी। फिर आपको अच्छा नहीं लगेगा। मैंने बोला-मुझको नहीं है, तब उनको कैसे हो जाएगा। किसी को कुछ हो या नहीं, पर इस वक्त किसी के घर जाना नहीं चाहिए। कुछ हो जाएगा, तब बोलेंगे कि आशा आई थी। यह कहकर मुझे समझा दिया और मैं मिलने नहीं जा सकी। आज पता लगा कि वे चले गए और मेरा मिलना ही नहीं हुआ। यह बहुत दुख की बात है। बड़े हंसमुख थे। कोई कुछ कह दे, तब हंस देते थे। कुछ कहते नहीं थे। एक गाने वाली और एक म्यूजिक बनाने वाला, दोनों दस दिन के अंदर चले गए। दीदी का आज दसवां है। बताइए, म्यूजिक को कितना बड़ा धक्का लगा है। उनके चाहने वालों के मन पर बहुत गहरा असर हुआ है।"
बप्पी दा के साथ मैंने करीब 500 गाने गाए हैं
आशा भोसले ने बताया, "बप्पी दा जब आए थे, तब मैं उनकी पहली फिल्म में गई थी। यह आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन की फिल्म थी। जब उनका बहुत काम बढ़ गया, तब उनके साथ मैंने करीब 500 गाने गाए हैं। वे बहुत साफ दिल के इंसान थे। ज्यादा बात नहीं करते थे। उनको शराब, सिगरेट, पान आदि की लत भी नहीं थी। बहुत अच्छे इंसान थे। उनके बेटे का जब अन्नप्राशन संस्कार था, तब उनके घर पर गई थी। उनके घर हर बर्थडे, हर प्रोग्राम पर मैं जाती थी। अभी कोविड में नहीं जा सकी थी।"
कोविड-19 के बाद से उनसे नहीं मिल पाई थी
आशा भोसले ने आगे बताया, "उनके सारे गाने अच्छे थे, गाने अच्छे चले और बहुत हिट थे। 'जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा…' गाने में जब एंड का पोर्शन आता है, तब मैंने उनसे कहा था कि बप्पी दा तुम्हारी आवाज अच्छी है, यह पोर्शन तुम गा दो। ऐसा करके मैंने उनको बोला, तब उन्होंने उसे गाया। गाने के बाद जब मैंने बप्पी दा से कहा कि तुम बहुत अच्छा गाते हो, पर तुम्हारी हिंदी अच्छी नहीं है, तब इस बात पर वे हंसने लगे थे। एक गाना था- 'डिस्को स्टेशन डिस्को…', जब इस गाने में मैंने अपनी आवाज में वाइब्रेशन दिया था, तो उनको बहुत अच्छा लगा था। बच्चों जैसे खिल-खिलाकर हंसते थे। मैंने कोविड-19 से पहले उनका गाना उनके घर पर ही रिकॉर्ड किया था। उसके बाद उनसे नहीं मिल पाई।"
रिकॉर्डिंग के समय कभी भी कुछ कहते नहीं थे
सिंगर ने कहा, "बप्पी दा की सबसे अच्छी बात यह थी कि कभी रिकॉर्डिंग में तकलीफ नहीं देते थे। मैंने इतने गाने उनके गाए हैं, पर कोई तकलीफ नहीं देते थे। बार-बार आकर बोलना, टोकना, ऐसा कुछ भी नहीं था, जबकि कई म्यूजिक डायरेक्टर होते हैं, जो तकलीफ देने वाले होते हैं। बहुत अच्छे आदमी थे। उनकी बीवी भी एक सिंगर की बहन हैं, पर उस सिंगर का नाम भूल रही हूं। उनकी बेटी रीमा लहरी, बहुत प्यारी बेटी है। उसने बहुत अच्छे से घर संभाला हुआ है। उनके बेटे बप्पा भी बहुत अच्छे हैं। मुझे अफसोस है कि वे इतनी जल्दी हमें छोड़ कर चले गए। दीदी का भी पता नहीं था। मुझे लगा था कि अभी दीदी तीन-चार साल निकालेंगी, पर नहीं निकाल पाईं।"